पणजी, 2 जुलाई। शिवसेना से बगावत कर भाजपा की मदद से से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुके एकनाथ शिंदे का खेमा उन्हें पार्टी से हटाने के उद्धव ठाकरे के फैसले को चुनौती देगा। शिंदे खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने शनिवार को यहां मीडिया को यह जानकारी दी।
‘हम अब भी मानते हैं कि उद्धव ठाकरे हमारे नेता हैं‘
दीपक केसरकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकाल दिया गया है। इसे चुनौती दी जाएगी, यह लोकतंत्र को प्रभावित करेगा। हालांकि हम उद्धव साहब के बयान के खिलाफ नहीं बोलेंगे। हम अब भी मानते हैं कि वह हमारे नेता हैं, हमारे पास सभी सवालों के जवाब हैं, लेकिन इसकी एक सीमा है।’
केसरकर ने कहा, “कार्यकर्ता 100 रुपये के हलफनामे पर हस्ताक्षर कर रहे हैं कि वे शिवसेना नहीं छोड़ेंगे। शिव बंधन (जब कोई व्यक्ति शिवसेना में शामिल होता है) प्यार का ‘बंधन’ है और यह अब भी हमारे साथ है। यह सिर्फ कार्यकर्ताओं को गुमराह करने के लिए है।”
गौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिंदे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए शुक्रवार की रात उन्हें संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटा दिया। इस बाबत जारी एक पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘शिवसेना पक्ष प्रमुख के रूप में मुझमें निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं।’