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तमिलनाडु में जहरीली शराब पीने से मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हुई, NHRC ने स्टालिन सरकार को भेजी नोटिस 

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विल्लुपुरम, 16 मई। तमिलनाडु में जहरीली शराब पीने से मृतकों की संख्या बढ़कर मंगलवार को 20 तक जा पहुंची है। इनमें 13 विल्लुपुरम और 7 मौतें चेंगलपट्टू में हुई है जबकि, 50 अधिक लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है। इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने इस घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए तमिलनाडु सरकार को नोटिस जारी की है।

नकली शराब की बिक्री पर रोक लगाने में स्टालिन सरकार विफल

एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि जाहिर है कि राज्य सरकार अवैध या नकली शराब की बिक्री और खपत पर रोक लगाने में विफल रही है। एनएचआरसी ने मीडिया में आई इन खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है कि 12 मई से तमिलनाडु के विल्लुपुरम और चेंगलपट्टु जिलों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य अस्पताल में भर्ती हैं।

चार हफ्ते में पेश करें रिपोर्ट

बयान के मुताबिक, आयोग ने कहा है कि मीडिया में आई खबरें सही हैं तो यह लोगों के जीने के अधिकार का हनन है। इसमें कहा गया कि आयोग ने तद्नुसार, तमिलनाडु के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी की है और चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने प्राथमिकी, पीड़ितों के उपचार, मुआवज़े के साथ-साथ घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की गई काररवाई का ब्योरा मांगा है।

तमिलनाडु में बह रही शराब की नदियां – पलानीस्वामी

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और तमिलनाडु विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के. पलानीस्वामी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि दूध और शहद की नदियां बहाने का चुनावी वादा करने वाली सरकार के राज में शराब की नदियां बह रही हैं। पलानीस्वामी ने सरकारी अस्पताल में बीमार लोगों से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘यह बेहद दुखद और स्तब्ध करने वाला है। यह सरकार पिछले दो साल में कोई योजना नहीं लाई। नकली शराब बेचने वालों के खिलाफ कोई काररवाई नहीं हुई।’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2011-21 के अन्नाद्रमुक शासन के दौरान इस मुद्दे से सख्ती से निबटा गया और अवैध शराब बेचने के मामले में पकड़े गए लोगों के खिलाफ सख्त गुंडा अधिनियम लागू किया गया था।

मुख्यमंत्री स्टालिन के इस्तीफे की मांग की

पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन पर ‘अयोग्य और कठपुतली मुख्यमंत्री’ होने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की। पलानीस्वामी ने सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘नाराजगी है…उन्होंने (द्रमुक) वादा किया था कि दूध और शहद की नदियां बहेंगी (2021 के चुनाव से पहले), लेकिन अब केवल शराब की नदियां बह रही हैं।’

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