वायनाड (केरल), 31 जुलाई। केरल के वायनाड जिले में मंगलवार तड़के हुए भूस्खलन की कई घटनाओं में अब तक मृतकों की संख्या बढ़कर 158 हो गई है जबकि 200 से अधिक घायलों की जानकारी सामने आई है। जिला प्रशासन ने बुधवार को यह जानकारी दी।
बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे
जिला प्रशासन ने बताया कि बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। जान गंवाने वाले 158 लोगों में 18 बच्चे थे, जिनमें से 86 शवों की शिनाख्त कर ली गई है तथा 147 का पोस्टमार्टम किया जा चुका है।
मलबे में 52 अंग भी मिले, जिनमें 42 का पोस्टमार्टम कराया गया
जिला प्रशासन ने यह भी कहा कि 52 अंग भी मिले हैं, जिनमें से 42 का पोस्टमार्टम करा लिया गया है। 158 शवों में से 75 शव उनके रिश्तेदारों को सौंप दिए गए हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों से 213 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें 97 का उपचार अब भी जारी है। सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
ओडिशा के दो चिकित्सक भी लापता थे, उनमें एक का शव मिला
इस बीच, भुवनेश्वर से प्राप्त समाचार के अनुसार ओडिशा सरकार ने कहा है कि राज्य के दो लापता व्यक्तियों में से एक का शव भूस्खलन प्रभावित वायनाड में मिला है। केरल के वायनाड में भूस्खलन आने के बाद ओडिशा के दो चिकित्सक बिष्णुप्रसाद चिनारा और स्वाधीन पांडा लापता हो गए थे।
ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा, ‘शव चिनारा का है। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को ओडिशा लाने की व्यवस्था की जाएगी।’ पुजारी ने कहा कि चिनारा की पत्नी प्रियदर्शिनी और नर्सिंग अध्यापिका सिकृति महापात्रा इस भूसखलन में घायल हो गईं। पुजारी ने कहा,‘मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि पांडा और दो घायल महिलाएं शीघ्र ओडिशा लौट आएं।