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कोविडरोधी टीकाकरण : डीसीजीआई ने 6 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए Covaxin टीके को दी मंजूरी

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नई दिल्ली, 26 अप्रैल।  कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 6 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण का रास्ता साफ हो गया है। इस क्रम में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई)  ने इस आयु वर्ग के बच्चों को कोवैक्सीन (Covaxin) लगाने को मंजूरी दे दी है। इससे पहले 12 से 15 वर्ष तक के बच्चों को पिछले मार्च में वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया गया था।

गौरतलब है कि इस बार बच्चे नए XE वैरिएंट की चपेट में आ रहे हैं। खासतौर से स्कूल खुलने के बाद इन मामलों में बढ़ोतरी की और आशंका जताई जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले तीन हफ्तों में बच्चों में फ्लू जैसे लक्षणों में बढ़ोतरी नजर आई है।

कोविड-19 का XE स्वरूप पिछले वैरिएंट्स से ज्यादा खतरनाक

XE वैरिएंट को कोविड-19 के पिछले वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को इस नए वैरिएंट के संक्रमण से बचाकर रखा जाए। बच्चों में बुखार, नाक बहना, गले में दर्द, शरीर में दर्द, सूखी खांसी, उल्टी आना, लूज मोशन जैसे लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जा रही है।

बच्चों को कोरोना से कैसे बचाएं

कोविड 19 से बचने के लिए बच्चों में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें, उनमें नियमित रूप से हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोने की आदत डालें। बच्चों को बाहर कम निकलने दें और संक्रमित व्यक्ति के करीब बिल्कुल न जाने दें। शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सही खानपान का ध्यान रखें। अगर बच्चा वैक्सिनेशन के योग्य है तो जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएं।

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