नई दिल्ली, 2 अप्रैल। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना की खतरनाक रफ्तार देखी जा रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार रविवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 429 नए केस सामने आए।
पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 16.09 प्रतिशत पहुंचा
पिछले आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते सात महीने में ये कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा दैनिक मामले हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 16.09 प्रतिशत हो गई है। यानी दिल्ली में कोविड जांच के लिए लिए जा रहे हर 100 नमूनों में 16 सैंपल पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।
एक की मौत, स्वास्थ्य विभाग बोला – वजह कोविड नहीं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में कोरोना से एक मौत की भी खबर है। हालांकि, स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि इस मौत की प्राथमिक वजह कोविड नहीं था। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 26,530 हो गई है।
दिल्ली में एक दिन पहले यानी शनिवार को कोरोना के 416 नए केस सामने आए थे जबकि 14.37 प्रतिशत की पॉजिटिविटी रेट दर्ज की गई थी। गुरुवार को 12.48 फीसदी की सकारात्मकता दर के साथ कोरोना के 295 मामले दर्ज किए गए थे।
सरकार का दावा, हर स्थिति के लिए तैयार
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक ली थी। इस बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों पर पैनी नजर बनाए हुए है। उन्होंने दिल्लीवासियों को भरोसा दिया था कि उनकी सरकार कोविड के चलते किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामलों में भी वृद्धि
गौर करने वाली बात यह भी है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा ऐसे वक्त में बढ़ रहा है, जब देश के विभिन्न हिस्सों में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
87 पर मरीज भर्ती, 879 होम आइसोलेशन में
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के अस्पतालों में 87 मरीज एडमिट हैं जबकि 879 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। दिल्ली में संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 1,395 है। दिल्ली में कोरोना मामलों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी के बीच चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस का नया XBB.1.16 वैरिएंट संक्रमण में उछाल ला सकता है। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लोगों को यथोचित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए और टीकों की बूस्टर डोज जरूर लेनी चाहिए।