पटना, 22 अगस्त। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को उस वक्त तगड़ा झटका लगा, जब राज्य के पूर्व मंत्री व वरिष्ठ दलित नेता श्याम रजक ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों कारणों का हवाला देते हुए कहा कि वह राजद की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैं।
राजद में राष्ट्रीय महासचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहे श्याम रजक ने अपने इस्तीफे में पार्टी छोड़ने के कारणों के बारे में विस्तार से बताया है, हालांकि उन्होंने भविष्य की योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। फिलहाल रजक का जाना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता उनके इस फैसले से हैरान हैं।
आज राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव एवं दल के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा। @RJDforIndia @laluprasadrjd @yadavtejashwi @MisaBharti @RabriDeviRJD @JagdanandSingh2 pic.twitter.com/Bi3ZOVGGqJ
— Shyam Rajak ( श्याम रजक ) (@ShyamRajakBihar) August 22, 2024
‘मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसीलिए धोखे खा गया‘
गौर करने वाली बात यह है कि श्याम रजक ने इस्तीफे में अपनी भावनाओं को शायराना अंदाज में व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा – ‘मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसीलिए धोखे खा गया। आप मोहरे चलते रहे, मैं रिश्तेदारी निभाता रहा।’ रजक की इस शायरी ने राजनीतिक सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
इशारों में किया संकेत – लालू के राजनीतिक फैसलों के चलते अलग हुए
उल्लेखनीय है कि श्याम रजक राजद के साथ लंबे समय से बने हुए थे, लेकिन पार्टी के भीतर एक गुमनाम नेता की तरह ही रहते थे। पिछड़े और वंचित समाज की राजनीति करने वाले नेता श्याम रजक ने राजद के भीतर चलने वाली राजनीति की तरफ भी इशारा किया है। उन्होंने शायराना अंदाज में यह बात जता दी है कि वह लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक फैसलों की वजह से अलग हो रहे हैं। माना यह जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव ने श्याम रजक को केवल मोहरे की तरह प्रयोग किया। वही श्याम रजक का कहना यह है कि वह लालू प्रसाद यादव की पार्टी में रिश्तेदारी निभा रहे थे।