चेन्नै/विजयवाड़ा 6 दिसम्बर। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश व पुडुचेरी में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान मिचौंग अब कमजोर पड़ने लगा है। आंध्र प्रदेश का तट पार करने के बाद तूफान डीप डिप्रेशन में तब्दील हो गया है। तूफान के चलते 770 किलोमीटर लंबी सड़कों क्षतिग्रस्त हो गईं, 35 पेड़ उखड़ गए और तीन मवेशियों सहित कई लोगों की मौत हो गई।
आंध्र प्रदेश में 194 गावों व दो कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, मिचौंग के प्रभाव से 194 गांवों और दो कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए, जिनमें 25 गांवों में बाढ़ भी शामिल है। बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 12 लोगों की जान चली गई।
हालांकि मंगलवार को कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक बीआर अंबेडकर ने कहा कि सोमवार को तिरुपति जिले में एक झोपड़ी की दीवार गिरने से चार वर्षीय लड़के की मौत हो गई जबकि बापटला जिले में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक वकुल जिंदल ने कहा कि मौत का कारण चक्रवात से संबंधित नहीं है।
Deep Depression (Remnant ofCyclonic Storm “MICHAUNG” weakened into a Depression over Northeast Telangana and adjoining south Chhattisgarh-south InteriorOdisha-Coastal AP, about 50 km east-northeast of Khammam, To weaken further into a Well marked Low Pressure Area in next 06 hrs. pic.twitter.com/kcnPYF2rpj
— India Meteorological Department (@Indiametdept) December 6, 2023
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान कमजोर होकर बापटला के उत्तर-उत्तरपश्चिम में लगभग 100 किमी और खम्मम से 50 किमी दक्षिण पूर्व में केंद्रित है। आईएमडी ने तूफान के और कमजोर होने की भविष्यवाणी की है। अगले छह घंटों के भीतर यह ‘अवसाद’ में तब्दील हो जाएगा और अंततः बाद के छह घंटों के भीतर एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव प्रणाली में बदल जाएगा।
तूफान का ओडिशा के दक्षिणी जिलों और झारखंड में भी असर
इस बीच आंध्र प्रदेश में तट पार करने के बाद, तूफान के प्रभाव के कारण बारिश की तीव्रता बढ़ने के कारण ओडिशा के दक्षिणी जिलों को मंगलवार रात अलर्ट पर रखा गया। वहीं तूफान के असर से झारखंड के कुछ हिस्सों में आज तेज बारिश हुई है।