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उत्तराखंड : हल्द्वानी में हिंसा के बाद कर्फ्यू लागू, इंटरनेट सेवाएं बंद, दो की मौत, 300 से ज्यादा घायल

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देहरादून, 8 फरवरी। उत्तराखंड में हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार की शाम अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए उपद्रव व हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने शहरी क्षेत्र में रात्रि नौ बजे से अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार हिंसा के दौरान दो लोगों की मौत हुई है। वहीं, पुलिसकर्मी और निगम कर्मी समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

सीएम धामी ने जारी किए कड़े निर्देश, उपद्रवियों को गोली मारने का आदेश

हालात बेकाबू होते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चस्तरीय बैठक के बाद कड़े निर्देश जारी किए हैं। बैठक में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस एवं इंटेलिजेंस के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा के बाद सीएम ने अधिकारियों को अराजक तत्वों से सख्ती से निबटने के आदेश दिए हैं। इस क्रम में पुलिस को दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी हुए हैं। साथ ही सीएम धामी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

सीएम धामी ने घटना के संदर्भ में बताया कि कोर्ट के आदेश पर प्रशासन वहां अवैध अतिक्रमण तोड़ने गया था। वहां कुछ असामाजिक तत्वों की पुलिस से झड़प हो गई। इसमें पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों को चोटें आई हैं। अधिक फोर्स भेजी जा रही है। शांति बनाए रखने की अपील है। कर्फ्यू लगा दिया गया है। दंगा और तोड़फोड़ करने वाले और वाहन जलाने वालों पर कठोरतम काररवाई की जाएगी।

कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा, स्कूल-कॉलेज बंद

नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना चौहान ने स्थिति को देखते हुए शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। रात्रि नौ बजे से लागू कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सभी स्कूल-कॉलेजों को भी बंद रखने का फैसला किया है।

डीएम ने कहा – दंगाइयों से ही की जाएगी नुकसान की भरपाई

डीएम वंदना चौहान ने बताया, ‘किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हमारे पास वीडियो रिकॉर्डिंग से लेकर दंगाइयों के अनेक इनपुट हैं, उन सबको एकत्र किया जा रहा है। नुकसान की भरपाई उन्हीं दंगाइयों के द्वारा की जाएगी। जानकारी जुटाने के लिए दंगाइयों के पोस्टर भी जारी किए जाएंगे। पुलिस और प्रशासन ने धैर्य का परिचय दिया है। अवैध अतिक्रमण पर हमारा अभियान रुकने वाला नहीं है।’

वहीं उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी नीलेश भरने ने बताया कि हल्द्वानी में स्थिति को देखते हुए कई जिलों की पुलिस फोर्स बुलाई गई है। साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स को भी बुलाया गया है।

अराजक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा : नगर आयुक्त

उधर नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि मदरसा और नमाज वाली जगह पूरी तरह अवैध है। इसके पास तीन एकड़ जमीन पर नगर निगम ने पूर्व में कब्जा ले लिया था। अवैध मदरसे और नमाज स्थल को सील कर दिया था। अब इसे आज ध्वस्त कर दिया गया है। काररवाई के दौरान पथराव करने वाले अराजक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है। उनकी गिरफ्तारी की जा रही है।

कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी की लोगों से शांति बनाए रखने की अपील

इस बीच घटना को लेकर कांग्रेस राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने पोस्ट किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।। उन्होंने साथ ही धामी सरकार पर निशाना भी साधा है। कांग्रेस नेता ने एक्स पर लिखा, ‘हल्द्वानी उत्तराखंड के हालात दुखद हैं, हल्द्वानी की जनता से शांति की अपील है, पुष्कर धामी सरकार जिस रास्ते पर चल रही है वो घोर जनविरोधी रास्ता है, हल्द्वानी और उत्तराखंड के प्रशासनिक अमले से अनुरोध है कि कानून सम्मत तरीके से कानून व्यवस्था बहाल करें, पूरा देश हल्द्वानी में अमन और शांति के लिये दुआ कर रहा है।’

ऐसे शुरू हुआ हंगामा

गौरतलब है कि भारी पुलिस बल के साथ नगर निगम की टीम गुरुवार दिन में मलिक के बगीचे पहुंची। वहां अवैध मदरसे और नमाज स्थल को जेसीबी से तोड़ने का काम शुरू ही हुआ था कि मुस्लिम महिलाओं और युवकों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते अराजक तत्वों ने पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम पर भारी पथराव शुरू कर दिया।

इस पथराव में एसडीएम सहित कई पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हो गए। वहीं जेसीबी को निशाना बनाकर किए गए पथराव में इसका शीशा टूट गया। भारी विरोध के बावजूद नगर निगम का अभियान जारी रहा। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा समेत नगर निगम की टीम ने लोगों को काफी समझाने की कोशिश की।

लेकिन अराजक तत्वों ने पथराव करते हुए इलाके को घेर लिया और फिर थाने को भी घेरते हुए वाहनों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले भी दागे।

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