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वैश्विक तनावों के बीच कच्चे तेल की कीमतें रहेंगी स्थिर, भारत के पास कई विकल्प मौजूद : हरदीप सिंह पुरी

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नई दिल्ली, 5नवंबर ।  पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वैश्विक तनावों के बावजूद भारत में तेल की कीमतें स्थिर बनी रहेंगी। आज मंगलवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पुरी ने बताया कि भारत के पास कच्चे तेल की आपूर्ति के कई विकल्प मौजूद हैं, जिससे सप्लाई चेन में किसी भी बाधा को दूर किया जा सकेगा।

तेल आपूर्ति में संभावित रुकावटों को लेकर केंद्रीय मत्री पुरी ने कहा कि भारत ने अपनी कच्चे तेल की आपूर्ति के स्रोतों को रणनीतिक रूप से उचित प्रबंधन किया है जिससे देश को किसी भी आपूर्ति संकट से निपटने में मदद मिल रही है। पुरी ने कहा, “ब्राजील और गुयाना जैसे देशों से और कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ रही है। वर्तमान में, वैश्विक तेल आपूर्ति, खपत से अधिक है, जो बाजार को स्थिर रखे हुए है।”

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि “दुनिया के कुछ हिस्सों में भले ही सामरिक तनाव चल रहें हों लेकिन दुनिया में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है। उपभोक्ता देशों के पास कई विकल्प उपलब्ध हैं।” उनके मुताबिक वैश्विक तेल आपूर्ति की वृद्धि लगातार मांग से अधिक हो रही है, जो बाजार में स्थिरता बनाए रखने में मदद करेगा।

केंद्रीय मंत्री ने भारत की ऊर्जा सुरक्षा की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा “कुछ साल पहले जब दुनिया के लिए संकटपूर्ण समय था, तब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने ऊर्जा के उपलब्धता, किफायती होने और टिकाऊपन तीनों चुनौतियों को सफलतापूर्वक सुलझाया।” पुरी ने यह भी कहा कि भारतीय तेल कंपनियां कच्चे तेल के लिए सबसे प्रतिस्पर्धी कीमतों वाले आपूर्तिकर्ताओं से तेल खरीदने को प्राथमिकता देंगी, जिससे आर्थिक लाभ सुनिश्चित हो सके।

ऊर्जा सुरक्षा क्षेत्र में एआई की भूमिका महत्वपूर्ण : हरदीप सिंह पुरी

ऊर्जा सुरक्षा के मुद्दों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने भारत के ऊर्जा क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को अपनाने पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि AI न केवल एक निर्णायक तकनीक है, बल्कि यह पहले ही ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की दिशा को दिखा रही है। पुरी ने कहा, “आज हम एक नए युग की शुरुआत में हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता केवल एक गेम चेंजर नहीं है, बल्कि यह पहले ही यह दिखा रही है कि बदलाव कहां से आ रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही AI और चौथी औद्योगिक क्रांति के महत्व को पहचाना जिससे भारत को ऊर्जा प्रबंधन में AI को अपनाने में अग्रणी स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा उद्योग में AI का उपयोग बड़े ही रचनात्मक तरीके से किया जा रहा है और इस क्षेत्र में यह प्रवृत्ति आगे बढ़ेगी, जिससे ऊर्जा क्षेत्र का भविष्य आकार लेगा।

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