नई दिल्ली, 3 अप्रैल। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि देश का विभिन्न जिन्सों का निर्यात 418 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 में हुए निर्यात के ऐतिहासिक आंकडों की मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्णं उपलब्धि है। अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र किसान, उद्यमी, छोटे उद्योग और राज्य सरकारों ने एक साथ मिलकर यह लक्ष्य हासिल किया है।
पीएम मोदी के आह्वान पर भारत सही अर्थों में लोकल से ग्लोबल बन रहा
उन्होंने कहा कि अकेले मार्च महीने में 40 अरब डॉलर मूल्य का निर्यात हुआ। यह किसी एक महीने में सर्वाधिक निर्यात का रिकॉर्ड है। पीएम मोदी के आह्वान पर भारत सही अर्थों में लोकल से ग्लोबल हो गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था कई रिकॉर्ड तोड़ने की ओर अग्रसर है।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि सरकार निर्यात के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और जिला स्तर पर निर्यात सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला निर्यात केंद्र पहल पर काम कर रही है। वर्ष 2021-22 का निर्यात परिदृश्य दिखाता है कि भारत की विनिर्माण क्षमता हाइटेक उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि उपज में भी बढ़ रही है।
भारत जरूरतमंद देशों को बडे पैमाने पर गेहूं का निर्यात जारी रखेगा
पीयूष गोयल ने कहा कि 2019-20 के दौरान गेहूं का निर्यात मात्र दो लाख टन था, जो 2020-21 में बढकर 21.55 लाख टन पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि भारत जरूरतमंद देशों को बडे पैमाने पर गेहूं का निर्यात जारी रखेगा। इस क्रम में वर्ष 2022-23 में गेहूं का निर्यात एक करोड़ टन तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अधिक कृषि निर्यात भारतीय किसान की यह क्षमता दर्शाता है कि वे 135 करोड़ आबादी की आवश्यकता पूरी कर सकते हैं और अतिरिक्त उत्पादन दुनिया को निर्यात कर सकते हैं।