चंडीगढ़,10 मार्च। पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा के लिये गत 20 फरवरी को हुये चुनावों की मतगणना गुरुवार सुबह आठ बजे शुरू हो गई जिसमें 1304 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होने जा रहा है। मतगणना राज्य में 66 जगहों पर 117 केंद्रों पर हो रही है। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर मीडिया सेंटर स्थापित किए गए हैं जहां पत्रकारों को मतगणना सम्बन्धी जानकारी मुहैया कराई जाएंगी। समूची मतगणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
मतगणना के लिये सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये हैं जिसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 45 कम्पनियां और राज्य पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं। लगभग 7500 कर्मचारी मतगणना कार्य पूरा करेंगे। मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे को ‘पेडस्टेरियन ज़ोन’ घोषित किया गया है जिसकी वजह से इस क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को गाड़ी लेकर जाने की आज्ञा नहीं होगी। मतगणना केन्द्रों के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है ताकि किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को मतगणना केंद्र में जाने से रोका जा सके।
यहां सीनियर मजिस्ट्रेट और सुरक्षा बलों के जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा निषेधाज्ञा लागू की गई है। मतगणना के दौरान कोविड नियमों का भी पालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। मतगणना के अनेक दौर होंगे तथा दोपहर तक नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। सायंकाल तक समूची मतगणना प्रक्रिया सम्पन्न हो जाने की संभावना है।
मतगणना के उपरांत विजेता उम्मीदवार या उसका आधिकारिक प्रतिनिधि केवल दो लोगों को साथ ले जाकर चुनाव प्रमाणपत्र हासिल कर सकता है। इसके अलावा विजेता उम्मीदवारों के जुलूस निकालने पर भी पाबंदी लगाई गई है। इस बार सत्तारूढ़ कांग्रेस के अलावा विपक्षी आम आदमी पार्टी और संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) ने सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ा है।
इनके अलावा शिरोमणि अकाली दल (शिअद) 97 और उसकी गठबंधन सहयोगी 20, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 68 और उसकी गठबंधन सहयोगी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह नेतृत्व वाली पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) 34 तथा शिअद (संयुक्त) ने 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इस बार के चुनाव में शिअद ने भाजपा से नाता तोड़ कर बसपा से गठबंधन किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कांग्रेस के अलग होकर भाजपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ रहे हैं।