नई दिल्ली, 6 मई। कोरोना संक्रमण की पहली लहर के कमजोर पड़ने के साथ रेलवे की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ने लगी थी, लेकिन लगभग डेढ़ महीने से जारी इस महामारी की दूसरी लहर ने ट्रेनों के परिचालन पर फिर ब्रेक लगाना शुरू कर दिया है। यही वजह है कि रेलवे लगातार कई राज्यों के लिए संचालित की जाने वालीं ट्रेनें लगातार रद कर रही है।
पश्चिम बंगाल इसका ताजा उदाहरण है, जहां हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर पूर्व रेलवे ने राज्य में सभी तरह की लोकल ट्रेन, उपनगरीय ट्रेन और ईएमयू ट्रेन की सेवा गुरुवार छह मई से रद करने का फैसला किया है।
रेलवे के अनुसार इन ट्रेनों को अगले आदेश तक के लिए रद किया गया है। हालांकि अन्य स्पेशल, पार्सल और मालगाड़ियों का संचालन निर्धारित समय सारिणी के हिसाब से जारी रहेगा। पश्चिम बंगाल से दूसरे राज्यों के लिए चलने वाली ट्रेनों पर भी नए प्रतिबंध का असर नहीं पड़ेगा।
दूसरी तरफ उत्तर रेलवे ने 6,7 व 8 मई से कई मार्गों पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को अगले आदेश तक रद कर दिया है। इनमें राजस्थान, उत्तराखंड और हरियाणा के कई रूटों पर चलने वाली ट्रेनें शामिल हैं।
इसके साथ ही कई ट्रेनों के फेरों में भी कमी की गई है। इनमें बीकानेर-हरिद्वार स्पेशल ट्रेन 10 मई से अगले आदेश तक सप्ताह में तीन की बजाय एक दिन ही चलेगी. वापसी में हरिद्वार-बीकानेर स्पेशल ट्रेन 11 मई से अगले आदेश तक सप्ताह में तीन की जगह केवल मंगलवार को चलेगी।