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योगी की मंत्री प्रतिभा शुक्ला का विवादित बयान, कहा- ‘बेटी सज धज कर निकल रही तो मामला गड़बड़…

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लखनऊ, 20 जनवरी। यूपी के योगी आदित्यनाथ सरकार में महिला विकास राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला अपने एक विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गई हैं। दरअसल, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के तहत राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में शिरकत करने इटावा पहुंची राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने स्कूली छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर मां को ये ध्यान रखना चाहिए कि इस उम्र में अगर बेटियां ज्यादा सजधज कर निकल रही हैं तो जरूर कहीं गड़बड़ है।

सिर्फ इतना ही नहीं शुक्ला ने लड़कियों के साथ-साथ लड़कों को भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि यदि बेटा है और वह अधिक खर्चा कहीं कर रहा है तो वहां भी गड़बड़ है। उन्होंने कहा कि प्यार व्यार कुछ नहीं होता। यह केवल अपोजिट सेक्स के लिए आकर्षण है। मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि लड़के हों या लड़कियां, दोनों को सुधरने की जरूरत है। जब तक लक्ष्य ना हासिल कर लो, इसके चक्कर में मत पड़ना।

मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने मंच से स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्राओं को लक्ष्य तय कर पढ़ाई करनी चाहिए। उन्हें प्यार के चक्कर में पड़ने के बजाय केवल स्कूली शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्यार-व्यार तो कुछ होता ही नहीं। यह सिर्फ अपोजिट सेक्स की तरफ आकर्षण होता है। इससे बचने की जरूरत है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वह खुले तौर पर सब स्कूलों में बच्चों को बताएं। उन्होंने कहा कि प्यार मुहब्बत के सपने देखने के बजाय अपने लक्ष्य के सपने देखो और मेहनत कर उसे हासिल कर लो।

उन्होंने कहा कि बच्चों की बढ़ती उम्र में मां बाप की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि उनके बेटे या बेटी कहां जा रहे हैं, किससे मिल रहे हैं और क्यों मिल रहे हैं। वहीं बेटियों को भी चाहिए कि वो अपनी मां को दोस्त समझें और हर बात की चर्चा करें। उन्होंने माताओं से आग्रह किया कि बेटियों की समस्याओं का तत्काल समाधान कराएं। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि यदि आपके बेटे का खर्च बढ़ रहा है तो यह अच्छा संकेत नहीं है। यहां भी गड़बड़ी के चांसेज हैं।

इतना ही नहीं राज्यमंत्री ने छात्रों को मोबाइल से बचने की सलाह दी। कहा कि यह एक नशा है और इसका ज्यादा इस्तेमाल हानिकारक है। उन्होंने खासतौर पर छात्राओं को मोबाइल फोन के खतरे से आगाह करते हुए कहा कि उन्हें अपने आप को सुरक्षित रखते हुए चरित्र को अच्छा बनाना होगा। कहा कि यदि प्यार ही करना है तो अपने लक्ष्य से करो अपने उद्देश्य करो। उन्होंने मौजूदा माहौल को देखते हुए बेटियों के लिए सुरक्षा एवं स्वावलंबन पर बल दिया। कहा कि उन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोकने के लिए यह बेहद जरूरी है। माता पिता एवं गुरु बेटियों के सबसे करीब होते है इसलिए इनकी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा है। वहीं बेटियों को भी इन तीनों का सम्मान करना चाहिए।

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