Site icon hindi.revoi.in

द्रमुक सांसद सेंथिलकुमार का विवादित बयान, संसद में बोले – भाजपा सिर्फ केवल ‘गोमूत्र’ वाले राज्यों में चुनाव जीतती है

Social Share

नई दिल्ली, 5 दिसम्बर। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कझगम (DMK) के सांसद एस सेंथिलकुमार ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को एक विवादित बयान दे डाला, जब उन्होंने हिन्दी पट्टी के राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा केवल ‘गोमूत्र’ वाले राज्यों में चुनाव जीतती है।

सेंथिलकुमार मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की बड़ी जीत का संसद में जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा, “इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि भाजपा की ताकत केवल हिन्दी राज्यों में चुनाव जीतना है, जिन्हें हम आम तौर पर ‘गोमूत्र’ राज्य कहते हैं। आप (भाजपा) दक्षिण भारत में नहीं आ सकते।”

उन्होंने दक्षिणी राज्यों का जिक्र करते हुए कहा, “आप देख लीजिए कि केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में चुनाव परिणाम क्या आया। हम वहां बहुत मजबूत हैं। हमें हैरानी नहीं होगी यदि आप इन सारे राज्यों को केंद्रशासित प्रदेशों में बदलने के विकल्प पर विचार करने लगें ताकि आप परोक्ष रूप से यहां सत्ता में आ सकें। आप वहां पैर जमाने का सपना कभी पूरा नहीं कर सकते।”

MDMK सांसद वाइको ने  भी सेंथिल कुमार का किया समर्थन

DMK सांसद की इस टिप्पणी का MDMK (मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) सांसद वाइको ने बी समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘मैं उनके बयान से सहमत हूं, वे सही हैं।’ देखा जाए तो यह पहली बार नहीं है, जब सेंथिलकुमार ने हिन्दी पट्टी के राज्यों को गोमूत्र राज्य कहा है। 2022 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर टिप्पणी हुए भी उन्होंने ‘गोमूत्र’ शब्द का इस्तेमाल किया था।

सेंथिलकुमार के बयान के बाद भाजपा फिर हमलावर

फिलहाल द्रमुक सांसद सेंथिल कुमार के बयान पर अब सियासी बवाल भी छिड़ गया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सेंथिलकुमार के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नेताओं – राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव व अरविंद केजरीवाल को इस पर अपना मत प्रकट करना चाहिए।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही उदयनिधि स्टालिन के सनातन पर दिए बयान से भी खूब सियासी हंगामा खड़ा हुआ था। अब द्रमुक सांसद सेंथिलकुमार के बयान के बाद भाजपा एक बार फिर हमलावर है। हिन्दी पट्टी के राज्यों में भाजपा सेंथिलकुमार के बयान को उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी और इससे लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के लिए असहज स्थिति भी पैदा हो सकती है।

Exit mobile version