श्रीनगर, 21 मई। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में सोमवार से शुरू हो रहे जी-20 समिट से ऐन पहले प्रशासन ने कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया है और सुरक्षा कारणों के चलतेजी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप (डीडब्ल्यूजी) का अब गुलमर्ग दौरा रद कर दिया गया है।
विदेशी मेहमानों की यात्रा के शेड्यूल में पहले उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग स्थित फेमस स्की रिसॉर्ट और दाचीगाम वाइल्डलाइफ सेंचुरी जाने का कार्यक्रम तय था। सूत्रों के मुताबिक, 26/11 जैसे आतंकी हमले की साजिश के खुलासे के बाद यह बड़ा कदम उठाया गया।
श्रीनगर स्थित एसकेआईसीसी में 22-24 मई तक होनी है जी-20 की बैठक
श्रीनगर स्थित एसकेआईसीसी में 22 मई से 24 मई तक जी-20 की बैठक होनी है। मीडिया की खबरों के अनुसार आतंकी संगठनों ने गुलमर्ग में जी-20 के दौरान 26/11 के हमले को दोहराने की साजिश रची है। अप्रैल महीने में सुरक्षा एजेंसियों ने ओवरग्राउंड वर्कर फारूक अहमद वानी को अरेस्ट किया था, जो गुलमर्ग के होटल में ड्राइवर के रूप में काम करता था। बताया जा रहा है कि ओवरग्राउंड वर्कर आईएसआई से सीधे संपर्क में था।
जी-20 बैठक के दौरान दो से तीन जगह हमले की साजिश थी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जी-20 बैठक के दौरान दो से तीन जगह हमले की साजिश थी। इसके अलावा मेहमानों को बंधक बनाने का भी प्लान था। सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने कथित तौर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान स्कूलों को निशाना बनाकर संभावित आतंकी हमले की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रशासन को केंद्रशासित प्रदेश के कुछ स्कूलों को कार्यक्रम समाप्त होने तक बंद रखने का आदेश देना पड़ा।
सुरक्षा कारणों के अलावा दूसरी वजह लंबी दूरी भी बताई जा रही है। श्रीनगर से गुलमर्ग से स्की रिजॉर्ट की दूरी करीब 55 किमी है। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षा कारणों के मद्देनजर 21 मई को श्रीनगर पहुंचने वाले जी-20 देशों के पर्यटन ट्रैक प्रतिनिधियों की यात्रा को छोटा कर दिया गया है। हाई प्रोफाइल प्रतिनिधियों के दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान की ट्रिप को इंदिरा गांधी मेमोरियल बॉटनिकल गार्डन, चश्मा साही और परी महल से बदला गया है।
झेलम व डल झील में एमसीएफ व एनएसजी कमांडो तैनात
तीन दिन के कार्यक्रम के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए झेलम और डल झील में मरीन कमांडो फोर्स (MCF) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कमांडो के साथ G-20 पर्यटन ट्रैक बैठक के स्थल SKICC में और उसके आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पूरे शहर में हाई-टेक ड्रोन से निगरानी की जाएगी
पूरे शहर में हाई-टेक ड्रोन से निगरानी की जाएगी जबकि कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाए गए हैं। श्रीनगर में पुलिस और सीआरपीएफ ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।
सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के तहत कार्यक्रम स्थल के आसपास सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और स्थानीय पुलिस की टुकड़ियों को तैनात किया जाएगा। श्रीनगर में सार्वजनिक स्थानों पर गश्त तेज कर दी गई है और लोगों की जांच और तलाशी कड़ी कर दी गई है।