वाराणसी, 18 अप्रैल। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में नमाजियों के वजू को लेकर सभी पक्षों में सहमति बन गई है। वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मंगलवार को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी व मंदिर न्यास परिषद के साथ बैठक की, जिसमें सभी पक्षों में सहमति बनी।
दरअसल, रमजान महीने के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद में नमाजियों की तादात बढ़ने और वजूखाने के सील होने से वजू करने में हो रही दिक्कत की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने डीएम वाराणसी को सर्वमान्य हल निकालने के लिए निर्देशित किया था। इस निर्देश के क्रम में डीएम ने आज दोनों पक्षों की बैठक आहूत की थी।
बैठक के बाद डीएम राजलिंगम ने कहा, ‘फैसला हो गया है। लेकिन मामला विचाराधीन है, इसलिए इससे कोर्ट को अवगत कराऊंगा। वैकल्पिक तरीका निकाला गया है। लेकिन कोर्ट में मामला है, इसलिए इसे डिस्क्लोज नहीं किया जा सकता।’
ये है विवाद
उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी वाद में कराए गए कोर्ट कमिश्नर सर्वे में 16 मई, 2022 को मस्जिद के वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग को कोर्ट के आदेश पर घेर संरक्षित कर दिया गया है। ऐसे में मस्जिद में नामाज पढ़ने आने वाले नमाजियों को वजू करने की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। रमजान में यह समस्या विकट हो गई, जब नमाजियों की तादात मस्जिद में बढ़ गई। इसपर कोर्ट में एक एप्लिकेशन दी गई थी, जिसपर सोमवार को चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने वाराणसी के जिलाधिकारी से इस मसले पर आज ही बैठक कर हल निकालने का निर्देश दिया था।
दोपहर बाद मस्जिद पहुंचे डीएम
डीएम राजलिंगम मंगलवार को दोपहर बाद ज्ञानवापी मस्जिद पहुंचे। यहां पुलिस के आला अधिकारी, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद् के सदस्य मौजूद थे। एक घंटे से अधिक चली बैठक में कई मसलों पर सहमति बनी, जिसमें मोबाइल टॉयलेट की भी बात है। इसके पहले जिलधिकारी ने कोर्ट द्वारा संरक्षित स्थल को भी देखा।
बैठक में हुए फैसले से शीर्ष कोर्ट को कराएंगे अवगत – राजलिंगम
बैठक के बाद डीएम राजलिंगम ने कहा, ‘आज की बैठक में फैसला उनकी सहमति से हुआ है। हम फैसले से माननीय न्यायालय को अवगत करा देंगे। हम उनकी सहमति से उनके लिए व्यवस्था करा रहे हैं। वहीं इस बैठक से सम्बंधित कोई लिखित आदेश अभी तक हमें प्राप्त नहीं हुआ है कोर्ट का लेकिन, जो हमारे अधिकारी थे उन्होंने कहा कि वजू के लिए इनकी व्यवस्था करा दी जाए और मोबाइल टॉयलेट्स रखने के बारे में भी कंसल्ट करके निर्णय लिया जाए।’