नई दिल्ली, 19 दिसंबर। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दल के प्रदर्शन से संबंधित बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की तस्वीरों को हटाकर उनकी जगह अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस के चित्र का इस्तेमाल किया, जो संविधान निर्माता का अपमान और उपहास करने वाली बात है।
गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी के खिलाफ विपक्षी दलों के सांसदों ने बुधवार को संसद परिसर में बाबासाहेब की तस्वीर वाले पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया था। भाजपा के ‘एक्स’ हैंडल से इन तस्वीरों के स्थान पर सोरोस की तस्वीर लगाकर विपक्ष पर तंज कसा गया। इसको लेकर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बृहस्पतिवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “भाजपा डॉ. आंबेडकर का अपमान और उपहास करने में बेशर्म है।
अमित शाह के बयानों से बाबासाहेब के करोड़ों अनुयायियों को हुई भारी पीड़ा के लिए गृह मंत्री को उनके पद से हटाना सुनिश्चित करने के बजाय, वे उपहास को दोगुना कर रहे हैं। ” उन्होंने सवाल किया कि क्या बाबासाहेब के अपमान के खिलाफ उनके पक्ष में खड़ा होना भाजपा के लिए मजाक का विषय है?
वेणुगोपाल ने दावा किया, “वे (भाजपा) डॉ. आंबेडकर की विरासत जैसे संवेदनशील मामले पर भी अपना झूठ सामने ला रहे हैं, क्योंकि वे उनका सम्मान नहीं करते हैं और अपने संकीर्ण राजनीतिक लक्ष्यों के लिए उनका कद छोटा करना चाहते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यही मानसिकता है जिसने बाबा साहेब के पुतले जलाए, मूर्तियाँ तोड़ी, संविधान को बदलने का षड्यंत्र रचा और अब यहाँ उनकी तस्वीर तक को नहीं बख्शा।
कांग्रेस ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए या फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए।
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।
मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं , ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर…। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’