नई दिल्ली, 7 दिसम्बर। सत्तारूढ़ भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजयी रथ को रोकने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले गठित विपक्षी मोर्चा I.N.D.I.A. में अब मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने जैसे ही विपक्षी गठबंधन की लीडरशिप पर अपना दावा ठोका, कांग्रेस भी खुलकर सामने आ गई। देश की सबसे पुरानी पार्टी को ममता का बयान अच्छा नहीं लगा। हालांकि, ममता के दावे को अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) का समर्थन मिला है जबकि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने लालू यादव को इस गठबंधन का शिल्पकार करार दिया है।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि वह I.N.D.I.A. की कमान संभालने के लिए तैयार हैं। उनके इस बयान ने सहयोगी दलों के बीच असहमति को जन्म दिया है।
‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के अनुसार के I.N.D.I.A. के प्रमुख दल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के दावे पर असहमति जताई। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि गठबंधन का नेतृत्व सामूहिक सहमति से तय किया जाना चाहिए न कि किसी एकतरफा घोषणा से। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘गठबंधन के नेतृत्व पर एक सामूहिक निर्णय होना चाहिए और इसे सभी सहयोगियों की सहमति से तय किया जाएगा।’
ममता अपने नेतृत्व से गठबंधन को मजबूत करेंगी – सपा
वहीं समाजवादी पार्टी ने ममता के नेतृत्व का समर्थन करते हुए कहा कि ममता बनर्जी अपने नेतृत्व कौशल से हरियाणा और महाराष्ट्र में लगातार चुनावी हार के बाद I.N.D.I.A. को मजबूत करेंगी।
उदयवीर बोले – I.N.D.I.A. के नेताओं को ममता की इच्छा विचार करना चाहिए
सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा, ‘यदि ममता बनर्जी ने ऐसी इच्छा जाहिर की हैं तो I.N.D.I.A. ब्लॉक के नेताओं को उसपर विचार करना चाहिए और उनका सहयोग लेना चाहिए। इससे गठबंधन मजबूत होगा। ममता बनर्जी ने भाजपा को बंगाल में रोकने का काम किया है। ममता और उनकी पार्टी के प्रति हमारा 100 प्रतिशत समर्थन और सहयोग है।’
लालू प्रसाद यादव ने रखी थी इस गठबंधन की नींव – राजद
कांग्रेस व सपा से हटकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस बहस को अलग दिशा देते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव ही गठबंधन के असली निर्माता हैं। राजद के प्रवक्ता ने कहा, “I.N.D.I.A. किसी एक व्यक्ति की महत्वाकांक्षा पर नहीं बल्कि सामूहिक ताकत पर आधारित गठबंधन है। लालू प्रसाद यादव ने इस गठबंधन की नींव रखी थी और उनकी दृष्टि ही इसे आगे ले जाएगी।’
विपक्षी दलों को एकजुट रखना चुनौतीपूर्ण
कुल मिलाकर देखें तो I.N.D.I.A. के घटक दलों के अलग-अलग बयानों से यह स्पष्ट हो गया है कि विपक्षी दलों को एकजुट रखना चुनौतीपूर्ण होगा। गठबंधन ने अब तक ईवीएम छेड़छाड़ जैसे मुद्दों पर एकजुट होकर आवाज उठाई है, लेकिन नेतृत्व को लेकर विवाद उनके सामूहिक उद्देश्य को कमजोर कर सकता है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इन मुद्दों को सार्वजनिक मंच पर लाने के बजाय आंतरिक चर्चा में हल किया जाना चाहिए।