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कांग्रेस में बड़ा फेरबदल : चुनावी राज्य जम्मू-कश्मीर व झारखंड के अध्यक्ष बदले गए

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नई दिल्ली, 16 अगस्त। कांग्रेस ने दो राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा के कुछ देर बाद ही चुनावी राज्य जम्मू-कश्मीर और झारखंड में बड़ा फेरबदल किया है और दोनों राज्यों के अध्यक्ष बदल दिए हैं। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दिन में ही निर्वाचन आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान किया था।

जम्मू-कश्मीर में विकार रसूल हटाए गए, तारिक हमीद कर्रा को कमान

दरअसल, जम्मू-कश्मीर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विकार रसूल को हटा दिया गया है। उनकी जगह तारिक हमीद कर्रा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए प्रधान नियुक्त किए गए है। तेजी से घटे इस घटनाक्रम में रमन भल्ला और पूर्व उप मुख्यमंत्री ताराचंद को कार्यवाहक प्रधान बनाया गया है। हालांकि, रमन भल्ला पहले से ही कार्यवाहक प्रधान थे।

केशव महतो झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त

उधर झारखंड में कांग्रेस ने केशव महतो कमलेश को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में रामेश्वर उरांव की नियुक्ति के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। दोनों राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्त तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी।

विकार रसूल कांग्रेस वर्किंग कमेटी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए

कांग्रेस पार्टी के अखिल भारतीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि तत्काल प्रभाव से तारिक हमीद कर्रा प्रदेश कांग्रेस के नए प्रधान होंगे। विकार रसूल को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है वहीं तारिक हमीद कर्रा को विशेष आमंत्रित सदस्य की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है।

विकार रसूल के खिलाफ लिखा गया था हाईकमान को पत्र

गौरतलब है कि विकार रसूल के खिलाफ पार्टी में असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा था। हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल की तरफ से बुलाई गई बैठक में प्रदेश के 20 से अधिक नेताओं ने भाग लिया था। उस बैठक में वेणुगोपाल ने अकेले हर एक नेता से अलग बातचीत की और अधिकतर ने विकार रसूल के कामकाज पर असंतोष जताते हुए चुनाव से पहले हटाने की मांग की थी।

इससे पहले कश्मीर के नेताओं ने भी विकार रसूल के खिलाफ हाईकमान को पत्र लिखे थे। समझा जाता है कि पार्टी में अपनी मनमर्जी से काम करने व सभी को साथ लेकर न चलने के रवैये ने उनकी प्रदेश प्रधान पद से छुट्टी कर दी। चुनाव से पहले विकार रसूल को पद से हटाने उनके लिए बहुत बड़ा झटका है।

तारिक अहमद ने 2017 में पीडीपी छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा था

तारिक हमीद कर्रा ने वर्ष 2014 में पीडीपी के टिकट पर श्रीनगर संसदीय सीट से फारूक अब्दुल्ला को चुनाव में हराया था। कर्रा फरवरी 2017 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह पीडीपी की भाजपा के साथ गठबंधन सरकार के विरोध में थे। उन्होंने पीडीपी व सांसद पद से त्यागपत्र दे दिया था। वह पीडीपी के संस्थापक सदस्य रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में साल 2002 में पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार में वित्त मंत्री रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में 18 सितम्बर से तीन चरणों में होंगे चुनाव

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों यानी आठ सितम्बर, 25 सितम्बर और एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में 24 सीटों, दूसरे चरण में 26 सीटों और तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी। चुनाव परिणाम चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।