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कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का पलटवार : ‘पीएम मोदी यदि पढ़े होते तो ऐसी बात नहीं बोलते’

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नई दिल्ली, 30 मई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महात्मा गांधी को लेकर दिए गए पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने गुरुवार को यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इन्होंने (पीएम मोदी) यदि पढ़ा होता या पढ़े होते तो ऐसी बात महात्मा गांधी के बारे में नहीं बोलते। 80 से 90 देशों में उनका स्टैच्यू है। महात्मा गांधी ने जो काम किया, उसके बारे में उन्हें पता नहीं तो उन्हें संविधान के बारे में भी पता नहीं होगा। गरीबों की वो बात करते थे। वो आजादी की विकास की बात करते थे।’

गांधी जी के उलट मोदी जी की राजनीति नफरत से भरी हुई है

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “जब फुर्सत मिले तो गांधी जी की किताब ‘माय एक्सपेरिमेंट्स विथ ट्रूथ’ पढ़ लें। गांधी जी ने कभी नफरत की पॉलिटिक्स नहीं की। मोदी जी की राजनीति नफरत से भरी हुई है। यह चुनाव लंबे समय तक याद रहेगा। क्योंकि देश का हर नागरिक लोकतंत्र बचाने के लिए एक साथ आया है। लोगों ने डायवर्जन के बजाय मुद्दों पर वोट दाले हैं। पीएम मोदी के 15 दिनों के भाषण में आप देखेंगे तो पाएंगे उन्होंने 232 बार कांग्रेस का नाम लिया, 758 बार मोदी जी ने अपना ही नाम लिया है।”

पीएम मोदी ने किन-किन शब्दों का किया इस्तेमाल

खरगे ने कहा कि पीएम मोदी ने 573 बार इंडी गठंबंधन और विपक्षी दलों का नाम लिया। लेकिन एक बार भी महंगाई और बेरोजगारी की बात नहीं की। यह दर्शाता है की मुद्दों को दरकिनार करके सिर्फ अपना नाम लिया। हमारे खाते बंद कर दिए, ताकि चुनाव में हम इस पैसे का इस्तेमाल न कर सके। संसद में विपक्ष को नहीं नहीं देना, यह अध्याय पिछले सरकारों के कारनामों को रूप में लिखा जाएगा। उन्होंने बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की सलाह को नाकारा।’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘यह सरकार तानाशाही की ओर आगे बढ़ रही है। हमने खुद देखा कि पीएम मोदी ने कैसे शब्दों का प्रयोग किया। पीएम मोदी ने 421 बार मंदिर, मंस्जिद और धर्मस्थानों का जिक्र अपनी भाषण में किया। 224 बार उन्होंने मुस्लिम अल्पसंख्यक और पाकिस्तान शब्द का इस्तेमाल किया। देश में सभी लोग डिक्टेटरशिप लाना चाहते हैं।’

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