नई दिल्ली, 8 अगस्त। कांग्रेस ने मतदाता सूची में कथित हेरफेर और चुनावी धांधली के मुद्दे को लेकर देशव्यापी अभियान छेड़ने की तैयारी कर ली है। इस क्रम में पार्टी ने 11 अगस्त को सभी एआईसीसी महासचिवों, राज्यों के इंचार्जों और फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों की अहम बैठक बुलाई है।
बैठक में देशव्यापी अभियान पर रणनीति बनाई जाएगी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली स्थित 24, अकबर रोड पर आहूत इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल की ओर से शुक्रवार को जारी पत्र में कहा गया है कि बैठक में ‘वोट चोरी’ और मतदाता सूची में हेरफेर के खिलाफ चलाए जाने वाले देशव्यापी अभियान पर रणनीति बनाई जाएगी।
Just as Bapu gave us the “Do or Die” call during the Quit India movement, we today must embark upon a similar do-or-die mission to save Indian democracy.
To discuss the party’s further nationwide campaign against voter list manipulation and election fraud as exposed by LOP Sh.…
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) August 8, 2025
राज्यों में विरोध प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस इस मुद्दे को जमीनी स्तर तक ले जाने के लिए राज्यों में जनसभाएं, पदयात्राएं और विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी। इसके तहत राहुल गांधी के नेतृत्व में पहले ही ‘वोट अधिकार यात्रा’ बेंगलुरु से शुरू हो चुकी है, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए।
राहुल गांधी ने बीते गुरुवार को चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे – ‘एक कमरे में 40-50 वोटर दर्ज हैं, कई वोटर चार अलग-अलग बूथों पर वोट डाल रहे हैं। ऐसे हजारों संदिग्ध वोटर सूचियों में मौजूद हैं और भाजपा नेता उनके पते पर पंजीकरण करा रहे हैं।’ राहुल ने इसे ‘लोकतंत्र की सबसे बड़ी चोरी’ करार देते हुए चुनाव आयोग से जवाब मांगा है।
पार्टी का दावा है कि कई राज्यों से ऐसे मामलों की रिपोर्ट मिली है, जहां ‘बल्क वोटिंग’ और फर्जी मतदाता पंजीकरण के जरिए चुनाव परिणाम प्रभावित करने की कोशिश की गई। कांग्रेस चाहती है कि यह मुद्दा न सिर्फ संसद और चुनाव आयोग के स्तर पर बल्कि जनता के बीच भी मजबूती से उठाया जाए।
सोमवार को विपक्षी सांसदों का संसद भवन से चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि 11 अगस्त की बैठक में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की भूमिका पर भी चर्चा हो सकती है, ताकि विपक्षी दल एकजुट होकर इस अभियान को राष्ट्रीय स्वरूप दें। सोमवार को गठबंधन के सांसद संसद भवन से लेकर चुनाव आयोग के दफ़्तर तक मार्च करेंगे, जिसमें यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा।

