सूरत (गुजरात), 21 अप्रैल। सूरत लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में रविवार को कांग्रेस पार्टी चुनावी मुकाबले से बाहर हो गई, जब उसके उम्मीदवार नीलेश कुंभाणी का नामांकन पत्र रविवार को खारिज कर दिया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रथम दृष्टया प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में विसंगतियां पाई। यहीं नहीं वरन कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अमान्य करार दिया गया।
वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अमान्य
निर्वाचन अधिकारी सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि कुंभाणी और पडसाला द्वारा सौंपे गए चार नामांकन फॉर्म को प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में प्रथम दृष्टया विसंगतियां पाए जाने के बाद खारिज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ये हस्ताक्षर असली नहीं लग रहे हैं। आदेश में कहा गया कि प्रस्तावकों ने अपने हलफनामों में कहा है कि उन्होंने फॉर्म पर खुद हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
कांग्रेस अब हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी
कांग्रेस के वकील बाबू मंगुकिया ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, ‘नीलेश कुंभाणी और सुरेश पडसाला के नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए हैं। चार प्रस्तावकों ने कहा है कि फॉर्म पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं।’ उन्होंने कहा कि अब उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे।
भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल की ओर से जताई गई थी आपत्ति
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार मुकेश दलाल के चुनाव एजेंट दिनेश जोधानी ने शनिवार को नामांकन पत्र पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस उम्मीदवार को अपना पक्ष रखने के लिए रविवार सुबह उपस्थित होने का समय दिया था।
कुंभाणी ने अपने जवाब में कहा कि प्रस्तावकों ने उनकी मौजूदगी में अपने हस्ताक्षर किए थे और उनके हस्ताक्षरों की जांच लिखावट विशेषज्ञ से कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि न्याय के हित में उनसे भी पूछताछ की जानी चाहिए।
निर्वाचन अधिकारी ने प्रस्तावकों द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र और संबंधित साक्ष्यों पर विचार करने, प्रस्तावकों की पहचान और यह सुनिश्चित करने के बाद नामांकन पत्र खारिज करने का आदेश दिया कि उन्हें धमकी नहीं दी गई थी या वे दबाव में नहीं हैं। आदेश में कहा गया है कि कांग्रेस उम्मीदवार के वकील के अनुरोध पर जांच किए गए वीडियो फुटेज में भी प्रस्तावकों की उपस्थिति नहीं पाई गई।
भाजपा ने सूरत लोकसभा सीट पर मुकेश दलाल को मैदान में उतारा है। दलाल (63) भाजपा शासित सूरत नगर निगम की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष हैं और वर्तमान में पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव हैं।
भावनगर में AAP और अमरेली में कांग्रेस प्रत्याशियों के पर्चे सही पाए गए
वहीं, भावनगर लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार उमेश मकवाणा और अमरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार जेनी थुम्मर के नामांकन दोनों पक्षों को सुनने के बाद संबंधित निर्वाचन अधिकारियों द्वारा स्वीकार कर लिए गए। भाजपा ने दोनों उम्मीदवारों के फॉर्म पर आपत्ति जताते हुए दावा किया था कि उन्होंने अपने फॉर्म के साथ जमा किए गए हलफनामे में कुछ विवरण छिपाए हैं।
गुजरात में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और ‘आप’ के बीच गठबंधन है। कांग्रेस ने 26 में से 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि ‘आप’ भावनगर और भरूच सीटों पर चुनाव लड़ रही है।