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कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने वक्फ बिल का किया विरोध, बोले – धर्म के नाम पर देश को बांटना चाहती है भाजपा

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नई दिल्ली, 2 अप्रैल। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान इसका कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक भारत में संघ परिवार के छिपे हुए एजेंडे को स्थापित करने का भाजपा का प्रयास है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी देश को धार्मिक आधार पर बांटना चाहती है।

किसानों की मांगों और युवाओं के रोजगार के मुद्दों पर ध्यान देने का आग्रह

वेणुगोपाल ने साथ ही सरकार से किसानों की मांगों और युवाओं के रोजगार के मुद्दों पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद थी कि इस दौरान कई कानून आएंगे, पिछले कई वर्षों से किसान सड़कों पर हैं, वे एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं, लेकिन विधेयक नहीं आ रहा है। इस देश के युवा बेरोजगार और हताश हैं। इसलिए, देश को देश के युवाओं के लिए बड़े बदलाव के लिए कानून की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ…आप देख सकते हैं कि इस सरकार ने किस कानून को प्राथमिकता दी है। इसका एक ही एजेंडा है – भारत माता को धर्म के नाम पर बांटना है।’

खरगे पर अनुराग ठाकुर का बयान बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं

उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे पर अनुराग ठाकुर का बयान बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है, यह जमीनी स्तर से आने वाले व्यक्तित्व को बदनाम करने के लिए है। उन्होंने कहा कि अपमान न करें, संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए आरोपों का इस्तेमाल न करें।

वेणुगोपाल ने कहा कि इस देश के युवा हताश हैं, उनके लिए कानून नहीं आ रहा है, धर्म के नाम पर भारत माता को विभाजित करने के लिए कानून आ रहा है। रिजिजू जी, आपको खुद पर पछतावा है कि आप वक्फ बोर्ड के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह संविधान पर सीधा हमला है। वक्फ (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य धर्म के नाम पर ‘भारत माता को विभाजित करना’ है।

यह विधेयक नहीं, बल्कि एक उम्मीद है – अनुराग ठाकुर

इससे पहले वक्फ संशोधन विधेयक पर हुई बहस में भाग लेते हुए भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह विधेयक नहीं बल्कि उम्मीद (एकीकृत वक्फ प्रबंधन सशक्तिकरण, दक्षता और विकास) है। इस उम्मीद में सशक्तिकरण, दक्षता और विकास है। इसे देखते हुए देश के लोग इसका समर्थन कर रहे हैं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया, चर्च ऑफ भारत, केरल काउंसिल ऑफ चर्चेज और केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल, ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जैसे कई संगठनों ने इसका समर्थन किया है।

कांग्रेस शासन में वक्फ कानून का मतलब था ‘खाता न बही, जो वक्फ कहे वही सही..’

उन्होंने कहा कि वक्फ में संशोधन करने का समय आ गया है क्योंकि यह अत्याचार और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। इसे खत्म करने और संशोधित करने का समय आ गया है। भारत को वक्फ के डर से मुक्ति चाहिए, क्योंकि कांग्रेस के शासन में बने वक्फ कानून का मतलब था ‘खाता न बही, जो वक्फ कहे वही सही..’

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