नई दिल्ली, 12 अगस्त। संसद के मॉनसून सत्र की समाप्ति से एक दिन पूर्व गुरुवार को अशोभनीय आचरण के चलते लोकसभा से निलंबित कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो अपने निलंबन के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं।
अधीर रंजन चौधरी और पवन खेड़ा ने शनिवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए लोकसभा से निलंबन से लेकर संसद के मॉनसून सत्र के दौरान हुई कार्यवाही और मणिपुर पर पीएम मोदी के बयान तक हर मुद्दे पर बात की।
अधीर रंजन ने कहा, ‘हमने संसद में मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की थी। हम चाहते थे कि संसद चले। जब हमारी बात नहीं सुनी गई, तब हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने का अंतिम उपाय करना पड़ा कि प्रधानमंत्री संसद में बोलें… जब अविश्वास पर बहस लंबित थी तब वे (भाजपा) संसद में विधेयक पारित कर रहे थे। विपक्ष को कई विधेयकों पर अपनी राय रखने का मौका नहीं मिला।’
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— Congress (@INCIndia) August 12, 2023
लोकसभा से अपने निलंबन पर कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो मैं सुप्रीम कोर्ट जा सकता हूं। साल 1978 में सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और उसी दिन प्रस्ताव पर चर्चा भी शुरू हो गई थी। नतीजा ये निकला कि सदन सुचारू रूप से चला। जब पीएम मोदी, चांद से लेकर चीता तक पर बात करते हैं तो विपक्ष को लगा कि वे मणिपुर पर भी बोलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’
अविश्वास प्रस्ताव के लंबित रहते संसद में कई बिल पारित कराना गलत
अधीर रंजन ने अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद संसद में कई बिल पारित कराने को गलत करार देते हुए कहा, ‘जब तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा खत्म न हो, तब तक किसी अन्य विषय पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। यह हमारे सदन की परंपरा है। लेकिन मोदी सरकार ने सभी परंपरागत तौर-तरीकों की धज्जियां उड़ाते हुए एक के बाद एक बिल पारित कर दिए। इस दौरान विपक्ष को किसी भी विधेयक पर अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल पाया।’
मणिपुर में हालात अब भी बेहद चिंताजनक
मणिपुर में हालात को अब भी बेहद चिंताजनक बताते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा कि मणिपुर में मैंने बफर जोन में सुरक्षा बलों को तैनात किया है, यानी सदन में वे खुद स्वीकारते हैं कि मणिपुर के हालात बेहद बिगड़ चुके हैं। ये नहीं कहते कि हमारे मणिपुर से करीब 5000 आधुनिक हथियार लूटे गए, जो हिन्दुस्तान में कभी नहीं हुआ। तीन महीने से ज्यादा हो गए, लेकिन मणिपुर में हालात नहीं सुधर रहे हैं।’
गौरतलब है कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान अधीर रंजन चौधरी द्वारा पीएम मोदी को लेकर की गई कुछ टिप्पणियों और उनके आचरण के कारण गुरुवार को उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया था और उनके खिलाफ इस मामले को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया गया।