नई दिल्ली, 22 जून। कांग्रेस ने कोविड-19 महामारी से देश में उत्पन्न विकट स्थिति के लिए केंद्र सरकार को एक बार फिर जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को एक श्वेत पत्र जारी किया है। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां आहूत मीडिया कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने कुछ सुझाव देते हुए केंद्र को आगाह किया कि कोरोना की आशंकित तीसरी लहर के लिए उसे अभी से तैयारी कर लेनी चाहिए।
कोरोना की दूसरी लहर में लोगों की मौत पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस अवधि में ऐसे लोगों की भी मौत हुई, जो बचाए जा सकते थे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के आंसू लोगों की जान नहीं बचा पाए। पीएम के आंसू उन लोगों के दुख नहीं मिटा पाएंगे, जिन्होंने अपनों को खो दिया।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में पीएम मोदी का फोकस महामारी को नियंत्रित करने पर न होकर चुनाव पर था। उन्होंने कहा कि उस दौरान सरकार लोगों को ऑक्सीजन तक उपलब्ध नहीं करा पाई।
वैज्ञानिकों ने दूसरी लहर को लेकर पहले ही सचेत किया था
राहुल ने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि सेकेंड वेव से पहले हमारे साइंटिस्ट ने इस लहर की बात की थी। लेकिन उस समय जो एक्शन सरकार को लेने थे, जो उनका बिहैवियर होना चाहिए था, वह नहीं था। नतीजतन पूरे देश को सेकेंड वेव का असर झेलना पड़ा।’
सरकार तीसरी लहर से निबटने की पूरी तैयारी कर ले
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘आज हम फिर वहीं खड़े हैं। इसकी वजह है कि दूसरी लहर से निबटने के लिए केंद्र सरकार ने समय रहते सही कदम नहीं उठाए। पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आने जा रही है। वायरस म्यूटेट कर रहा है और तीसरी लहर आएगी। हम फिर कह रहे हैं कि सरकार को तीसरी लहर की पूरी तैयारी करनी चाहिए, जो अस्पताल और दवाओं का इंतजाम दूसरी लहर में नहीं किया गया, वह तीसरी लहर में करना चाहिए।’
राहुल ने सरकार को दिए चार सुझाव
राहुल ने कोरोना से निबटने के क्रम में सरकार को चार सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि बेड, ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के साथ स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने की जरूरत है। वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करना होगा। कोरोना से मौत पर मुआवजे के लिए फंड बने। कोरोना के खिलाफ सभी राज्यों के समान मदद मिले और वैक्सीन बंटवारे में भेदभाव न हो। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना काल में गरीबों तक सीधे पैसा पहुंचाया जाए।