गुवाहाटी, 18 जून। पंजाब, राजस्थान और केरल सहित कुछ राज्यों में जारी कांग्रेस की अंदरूनी कलह अब पूर्वोत्तर राज्य असम तक पहुंच गई है, जहां पार्टी विधायक रूपज्योति कुर्मी ने राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़ा करते हुए पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और इस्तीफा देने की बात कही है।
पार्टी से इस्तीफा देने को तैयार रूपज्योति कुर्मी
पार्टी हाईकमान के रवैये से नाराज रूपज्योति ने कहा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी आगे नहीं बढ़ पाएगी क्योंकि वह नेतृत्व करने में समक्ष नहीं हैं। विधायक ने यह भी कहा, ‘मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिलूंगा और अपना इस्तीफा दे दूंगा।’
आलाकामान युवाओं को तरजीह नहीं देता
कांग्रेस विधायक ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि युवा नेताओं की बात नहीं सुनी जाती और आलाकमान युवाओं की बजाय बुजुर्ग नेताओं को प्राथमिकता देता है। इसी वजह से सभी राज्यों में पार्टी की स्थिति खराब हो गई है।
असम विधानसभा चुनाव में एआईयूडीएफ के साथ किए गए गठबंधन पर भी सवाल उठाते हुए रूपज्योति ने कहा, ‘कांग्रेस के पास इस बार सत्ता में आने का अच्छा मौका था और हमें एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था। मैंने पहले ही कहा था कि यह एक गलती होगी और वास्तव में यही हुआ।’
अन्य राज्यों की बात करें तो पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके सख्त विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू के गुटों के बीच विवाद महीनों से सतह पर है जबकि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोधी माने जाने वाले सचिन पायलट पांच दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद मायूस लौटे क्योंकि उन्हें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मुलाकात का समय ही नहीं दिया। उधर कांग्रेस कांग्रेस के एक वर्ग की भी शिकायत है कि हाईकमान की ओर से उसे नजरअंदाज किया जा रहा है।