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अग्निपथ योजना को लेकर मनीष तिवारी के रुख से कांग्रेस आलाकमान नाराज, पार्टी से हो सकते हैं सस्पेंड

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नई दिल्ली, 13 जुलाई। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के लेकर कांग्रेस में बगावत होती दिख रही है. कांग्रेस सासंद मनीष तिवारी ने केंद्र की अग्निपथ योजना को वापस लेने के लिए विपक्ष के ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था। जिसे लेकर कांग्रेस आलाकमान मनीष तिवारी से नाराज बताया जा रहा है। अग्निपथ योजना को लेकर पार्टी के रुख के विपरीत मनीष तिवारी ने खुलकर इस योजना का समर्थन किया है, जिसके कारण कांग्रेस के भीतर आक्रोश है। वहीं केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना को वापस लेने के लिए विपक्ष के ज्ञापन पर मनीष तिवारी के हस्ताक्षर करने से इनकार करने के बाद कांग्रेस आलाकमान की नाराजगी बढ़ गई है।

आपको बता दें कि मनीष तिवारी कांग्रेस सांसद होने के अलावा संसद में रक्षा के लिए सलाहकार समिति का हिस्सा भी हैं। रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में विपक्ष की ओर से अग्निपथ भर्ती योजना को वापस लेने की मांग की गई। बैठक में कुल 12 सांसदों में से छह विपक्षी दलों के थे- कांग्रेस के रजनी पाटिल, शक्तिसिंह गोहिल और मनीष तिवारी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सुप्रिया सुले, सुदीप बंदोपाध्याय और तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ( TMC), और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से एडी सिंह। तिवारी को छोड़कर सभी छह ने योजना को वापस लेने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

मनीष तिवारी के इस रूख से पार्टी आलाकमान उनसे बेहद नाराज बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस जल्द ही उन पर कोई सख्त कार्रवाई कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक मनीष के निलंबन पर भी चर्चा हो रही है। कांग्रेस मनीष तिवारी के पार्टी लाइन का पालन नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई पर भी विचार कर रही है।

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