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‘डोनेट फॉर देश’ अभियान से कांग्रेस ने अब तक जुटाए 10.15 करोड़, सबसे ज्यादा दान तेलंगाना से मिला

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नई दिल्ली, 3 जनवरी। देश की सबसे पुरानी और मौजूदा समय की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने क्राउडफंडिंग अभियान ‘डोनेट फॉर देश’ के जरिए अब तक कुल 10.15 करोड़ रुपये की धनराशि एकत्र की है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अजय माकन ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये एक पोस्ट में बताया कि पार्टी द्वारा एकत्र की गई अधिकतम दान राशि तेलंगाना से है, जो लगभग 1.72 करोड़ रुपये है। उसके बाद कांग्रेस को सबसे सबसे ज्यादा चंदा हरियाणा से मिला है, जो 1.21 करोड़ रुपये है।

माकन ने पोस्ट में कहा, ‘हरियाणा के बहादुर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्साह को सलाम! महाराष्ट्र को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर। अकेले हरियाणा से कुल दान राशि 1.21 करोड़ रुपये है! हम अब 10.15 करोड़ रुपये की दान राशि को पार कर गए हैं।’

कांग्रेस को जिन पांच राज्यों में ‘डोनेट फॉर देश’ अभियान के तहत सबसे अधिकतम दान मिला, उनमें क्रमवार तेलंगाना, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश हैं।गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गत दिसम्बर में 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी के लिए क्राउडफंडिंग अभियान ‘डोनेट फॉर देश’ लॉन्च किया था।

कांग्रेस पार्टी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह अभियान वर्ष 1920 में शुरू किए गए ‘तिलक स्वराज फंड’ से प्रेरित है। कांग्रेस के पार्टी की स्थापना के 138 वर्ष पूरे होने पर नागरिकों से चंदा देने की अपील की थी। पार्टी ने लोगों से 138 रुपये या 1380 रुपये अथवा 13,800 रुपये के तीन वर्गों में धनराशि मांगी थी। कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि इस क्राउडफंडिंग अभियान का उद्देश्य ‘समान संसाधन वितरण और अवसरों से समृद्ध भारत बनाने के लिए पार्टी को सशक्त बनाना’ है।

पार्टी प्रमुख खड़गे ने क्राउडफंडिंग अभियान के बारे में कहा था कि यह पहली बार है, जब कांग्रेस लोगों से चंदा मांग रही है। उन्होंने इसके लिए महात्मा गांधी का हवाला दिया कि गांधी जी ने भी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जनता से चंदा मांगा था। खड़गे ने कहा था, ‘यह पहली बार है, जब कांग्रेस देश के लिए लोगों से चंदा मांग रही है। यदि आप केवल अमीरों पर निर्भर होकर काम करते हैं तो आपको उनकी नीतियों का पालन करना होगा। महात्मा गांधी ने भी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जनता से दान लिया था।’

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