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कांग्रेस ने गठबंधन के लिए बसपा की ओर बढ़ाया हाथ, अब मायावती को करना है आखिरी फैसला

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लखनऊ, 18 फरवरी। कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक के बाद झटके लगते ही जा रहे हैं। एकतरफ जहां गठबंधन के सहयोगी अकेले चुनाव लड़ने का एलान करते जा रहे हैं वहीं पार्टी के कई दिग्गज नेता भी साथ छोड़ रहे हैं। ऐसे में अब कांग्रेस बसपा सुप्रीमो मायावती की तरफ गठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया है।

कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे बोले – बसपा के लिए I.N.D.I.A. के दरवाजे खुले हैं

कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने रविवार को कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के लिए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के दरवाजे खुले हैं और अब मायावती को तय करना है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना चाहती हैं या अकेले अपने दम पर। पांडे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. खुले दिल से चाहता है कि बसपा भी इस गठबंधन का हिस्सा बने, लेकिन मायावती पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि वह लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेंगी।

कांग्रेस यूपी में पूरे दिल सेसमाजवादी पार्टी का समर्थन कर रही

राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान अविनाश पांडे ने एक साक्षात्कार में कहा कि कांग्रेस ‘पूरे दिल से’ समाजवादी पार्टी का समर्थन कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि लोकसभा चुनावों के लिए राज्य में सीट-बंटवारे पर जल्द ही गतिरोध को दूर कर समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस-सपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में उन छोटे दलों के साथ भी बातचीत कर रहा है, जो लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए I.N.D.I.A. में शामिल होंगे। उनमें (छोटे दलों) में से कुछ बिना शर्त शामिल हो रहे हैं और अन्य दलों को कुछ उम्मीदें हैं, इसलिए (उत्तर प्रदेश में सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने में) थोड़ा समय लग रहा है। लेकिन इस महीने के अंत तक सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा।

सीट बंटवारे के फॉर्मूलेको जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा

अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत पर पांडे ने कहा कि बातचीत काफी हद तक सकारात्मक रूप से चल रही है। उन्होंने कहा, ‘जब आप किसी गठबंधन का हिस्सा बनते हैं तो आपको बातचीत करनी होती है और तर्कसंगत तरीके से तय करना होता है कि सबसे अच्छा उम्मीदवार कौन होगा, जो भाजपा को उचित टक्कर दे पाएगा। इसलिए हम इसका विश्लेषण कर रहे हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि जल्द ही सीट बंटवारे के ‘फॉर्मूले’ को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।”

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