नई दिल्ली, 24 अगस्त। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को पार्टी के अगले अध्यक्ष के लिए उनके उम्मीदवार होने की अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि यह खबर तो वह मीडिया से सुन रहे हैं।
सोनिया गांधी की गहलोत से मुलाकात के बाद अटकलों को मिली हवा
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21 सितंबर तक पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए अपने अंतिम कार्यक्रम की घोषणा से पहले गहलोत से मुलाकात की थी, जिसके बाद गहलोत के अगले अध्यक्ष बनने की अटकलें तेज हो गई थीं। कई मीडिया खबरों में दावा किया गया कि सोनिया गांधी ने मंगलवार को गहलोत से पदभार संभालने का आग्रह किया।
‘जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है, उसे मैं पूरा कर रहा हूं‘
गौरतलब है कि सोनिया गांधी स्वास्थ्यगत कारणों से अंतरिम प्रमुख के रूप में बने रहने की इच्छुक नहीं हैं। वहीं, गहलोत ने बुधवार को मीडिया से कहा – ‘यह मैं मीडिया से सुन रहा हूं। मैं इस बारे में नहीं जानता। जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है, उसे मैं पूरा कर रहा हूं।’
चुनाव कार्यक्रम की मंजूरी के लिए 28 अगस्त को होगी कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक
इस बीच संगठन के प्रभारी कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष चुनाव के कार्यक्रम को मंजूरी देने के लिए रविवार को कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक होगी। सीडब्ल्यूसी की बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी। वेणुगोपाल ने ट्वीट कर बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की तारीखों की सटीक अनुसूची को मंजूरी देने के लिए सीडब्ल्यूसी की एक आभासी बैठक 28 अगस्त 2022 को दोपहर 3.30 बजे आयोजित की जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सीडब्ल्यूसी की बैठक की अध्यक्षता करेंगी।
A virtual meeting of the CWC will be held on the 28th August, 2022 at 3:30 PM, to approve the exact schedule of dates for the election of the Congress President. Congress President Smt. Sonia Gandhi will preside over the CWC meeting.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) August 24, 2022
‘राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के लिए मनाएंगे‘
इसके पहले अशोक गहलोत ने कहा था कि पार्टी सर्वसम्मति से इस पद के लिए राहुल गांधी के पक्ष में है। उन्होंने जयपुर में संवाददाताओं से कहा था, ‘अगर राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष नहीं बनते हैं, तो यह देश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए निराशा की बात होगी। बहुत से लोग घर बैठेंगे और हम भुगतेंगे। उन्हें (राहुल गांधी) देश में आम कांग्रेसी लोगों की भावनाओं को समझते हुए खुद इस पद को स्वीकार करना चाहिए। हम दबाव बनाना जारी रखेंगे और उन्हें पार्टी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के लिए मनाएंगे।’