भुवनेश्वर, 4 मई। ओडिशा में कांग्रेस को शनिवार को उस समय एक और झटका लगा जब पुरी संसदीय सीट से उम्मीदवार सुचरिता मोहंती ने चुनाव अभियान के लिए फंडिंग से इनकार किये जाने के बाद अपना पार्टी टिकट वापस कर दिया। मोहंती ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) महासचिव केसी वेणुगोपाल को प्रेषित ईमेल में कहा है कि पार्टी के ओडिशा मामलों के प्रभारी डॉ अजय कुमार द्वारा उन्हें फंड दिये जाने से स्पष्ट रूप से इनकार करने से उनका अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
करीब 10 साल पहले राजनीति में प्रवेश करने वाली पेशे से पत्रकार मोहंती ने कहा कि उन्होंने पुरी में चुनाव प्रचार के लिए भरसक प्रयास किये। अपने प्रगतिशील राजनीतिक अभियान का समर्थन करने के लिए सार्वजनिक दान अभियान के प्रयासों के बावजूद उन्हें अब तक बहुत कम सफलता मिली है।
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अनुमानित अभियान खर्च को कम करने का भी प्रयास किया है। चूंकि वह अपने दम पर धन नहीं जुटा सकती थीं, इसलिए उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क किया और उनसे पुरी संसदीय क्षेत्र में प्रभावी चुनावी अभियान के लिए आवश्यक पार्टी फंडिंग आवंटित करने का आग्रह किया।
उन्होंने जोर दिया कि 2024 के चुनाव में जनता केंद्र और राज्य में भ्रष्ट और घोटालों से ग्रस्त सत्तारुढ़ दलों भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) और बीजू जनता दल (बीजद) को बाहर करने तथा कांग्रेस की पांच न्याय पत्र और 25 गारंटी के लिए वोट करने के लिए दृढ़ हैं। उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि केवल फंड की कमी ही हमें पुरी में विजयी अभियान से रोक रही है। वह पार्टी का टिकट वापस कर रही हैं क्योंकि पार्टी फंडिंग के बिना पुरी में प्रचार करना संभव नहीं होगा।”
सुचरिता मोहंती ने कहा कि वह एक कांग्रेसी महिला हैं और उनके डीएनए में कांग्रेस के मूल्यों की राजनीति हैं। पुरी लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 06 मई है और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 09 मई है। यहां 25 मई को मतदान होगा। गौरतलब है कि इससे पहले गुजरात की सूरत और मध्य प्रदेश के इंदौर सीट पर भी कांग्रेस को ऐसे ही झटके लग चुके हैं।