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कांग्रेस ने राजस्थान और मिजोरम के चुनाव नतीजों को लेकर किया मंथन

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नई दिल्ली, 9 दिसम्बर। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राजस्थान और मिजोरम के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार की समीक्षा के लिए शनिवार को अलग-अलग बैठकें कीं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

मिजोरम के लिए समीक्षा बैठक पहले हुई। इसके बाद राजस्थान के चुनाव नतीजों को लेकर मंथन हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं राजस्थान के लिए हुई समीक्षा बैठक में भाग लिया।

भविष्य की योजनाओं पर भी विचार-विमर्श : भक्त चरण दास

कांग्रेस के मिजोरम प्रभारी भक्त चरण दास ने बाद में कहा, ‘हमने मिजोरम चुनाव के हर पहलू पर चर्चा की, जिसमें जमीनी स्तर और राज्य स्तर पर राज्य की संगठनात्मक संरचना के साथ-साथ चुनाव के दौरान हुए विभिन्न घटनाक्रम शामिल थे। हमने अपनी भविष्य की योजनाओं पर भी विचार-विमर्श किया। इन सभी मामलों पर गहन चर्चा की गई।’

राजस्थान में कांग्रेस का वोट शेयर भाजपा से ज्यादा – रंधावा

वहीं राजस्थान में पार्टी की हार पर समीक्षा बैठक के बाद राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ‘राजस्थान में कांग्रेस का वोट शेयर भाजपा से बहुत कम नहीं था। हम सभी एकजुट होकर लड़े। हम जल्द ही 2024 लोकसभा की तैयारी शुरू कर देंगे। साथ ही विधानसभा चुनाव में हार के लिए जल्द ही जवाबदेही तय की जाएगी।’

मिजोरम में एक सीट पर सिमट कर रह गई कांग्रेस

उल्लेखनीय है कि एक समय उत्तर पूर्व में कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में थी, लेकिन धीरे-धीरे स्थानीय दलों के उदय व भाजपा की पकड़ से कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती चली गई। इस बार 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर सिमट कर रह गई।

उधर कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी आशा के अनुरुप प्रदर्शन नहीं किया और दोनों राज्यों में उसे सत्ता गंवानी पड़ी। तेलंगाना में मिली जीत से कांग्रेस को संजीवनी जरूर मिली है।

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