नई दिल्ली, 27 नवम्बर। कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के गैर-जिम्मेदाराना और संकीर्ण दृष्टिकोण के कारण निर्वाचन आयोग ने ‘रायथु बंधु’ योजना की किस्तों के वितरण की अनुमति देने से इनकार कर दिया। पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने यह दावा भी किया कि बीआरएस ने यह एक और ‘पाप’ किया है, जिसे तेलंगाना के किसान कभी माफ नहीं करेंगे।
निर्वाचन आयोग ने सोमवार को ‘रायथु बंधु’ योजना के तहत रबी फसलों के लिए किसानों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की किस्त बांटने के लिए तेलंगाना सरकार को दी गई अनुमति वापस ले ली, जिसके बाद वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “बीआरएस और हरीश राव के गैर-जिम्मेदाराना और संकीर्ण स्वार्थी दृष्टिकोण के कारण चुनाव आयोग ने रायथु बंधु किस्तों के वितरण की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।”
The BRS’ response to the ECI only confirms the fact that Harish Rao’s statements were the sole reason behind the farmers being denied the Rythu Bandhu instalments.
Their flimsy reasoning is not going to fool anyone, and blaming the congress is not going to absolve them either.…
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) November 27, 2023
उन्होंने कहा, “यह पैसा किसानों का हक है। उन्होंने साल भर कड़ी मेहनत की है। यह पैसा अक्टूबर और जनवरी के बीच किसी भी समय जारी किया जाना चाहिए था, यह बीआरएस की हताशा ही थी, जिसने उन्हें गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के लिए मजबूर किया।” उन्होंने दावा किया कि यह बीआरएस द्वारा किया गया एक और ‘पाप’ है, जिसे तेलंगाना के किसान माफ नहीं करेंगे।