नई दिल्ली, 1 सितम्बर। दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को ध्वनि मत से मत विभाजन के जरिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पेश किया गया विश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया गया। हालांकि किसी ने भी सदन में विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान नहीं किया जबकि भाजपा विधायक अनुपस्थित थे।
‘आप’ सरकार द्वारा रखे गए विश्वास मत के समर्थन में 58 वोट पड़े जबकि भाजपा ने वोटिंग से वॉकआउट कर दिया। 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में ‘आप’ के 62 और भाजपा के आठ विधायक हैं।
देश में सिर्फ दो पार्टियां बचीं – एक ‘कट्टर ईमानदार पार्टी’ और दूसरी ‘कट्टर बेईमान पार्टी’
इस बीच विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही पार्टियां बची हैं, एक ‘कट्टर ईमानदार पार्टी’ और दूसरी ‘कट्टर बेईमान पार्टी’ हैं। इसके साथ उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया। उन्होंने जांच का स्वागत किया न कि मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी है। उनके घर पर छापा मारा, जांच टीम उनके गांव गई और उनके बैंक लॉकर की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला है।’
सिसोदिया के खिलाफ छापेमारी के बाद गुजरात में ‘ऑप’ का वोट प्रतिशत बढ़ा
केजरीवाल ने बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘सीबीआई ने कहा है कि उसे सिसोदिया के खिलाफ कुछ नहीं मिला, लेकिन उस पर उन्हें गिरफ्तार करने का दबाव है। लेकिन अब सिसोदिया के खिलाफ छापेमारी के बाद गुजरात में आम आदमी पार्टी का मत प्रतिशत 4% तक बढ़ा है। उनकी गिरफ्तारी के वक्त तक यह 6% तक बढ़ जाएगा। अब अगर मैं स्कूल और अस्पताल बनाना चाहता हूं तो क्या मैं कुछ गलत कर रहा हूं? लेकिन वे (भाजपा)तो विधायकों को खरीदने के लिए 20 करोड़ रुपये से 50 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। मेरे दोनों बच्चे आईआईटी में पढ़े हैं, मैं चाहता हूं कि भारत के हर बच्चे को वही शिक्षा मिले।’