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राष्ट्रकुल खेलों की पदक विजेता जिम्नास्ट दीपा करमाकर पर 21 माह का डोपिंग प्रतिबंध, विश्व सीरीज से बाहर

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नई दिल्ली, 4 फरवरी। राष्ट्रकुल खेलों की कांस्य पदक विजेता और ओलंपियन भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर पर 21 महीने का डोपिंग प्रतिबंध लगा दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (आईटीए) ने प्रतिबंधित पदार्थ ‘हाइजेनामाइन’ के उपयोग के लिए दीपा को निलंबित किया। उनका यह प्रतिबंध 10 जुलाई, 2023 तक प्रभावी है।

हाइजेनामाइन टेस्ट पॉजिटिव पाया गया, 11 अक्टूबर, 21 से लागू होगा प्रतिबंध

हाइजेनामाइन टेस्ट पॉजिटिव (विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी निषिद्ध सूची के अनुसार S3. बीटा -2 एगोनिस्ट) आने के बाद करमाकर पर प्रतिबंध लगाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक 11 अक्टूबर, 2021 को फेडरेशन इंटरनेशनेल डी जिमनास्टिक (FIG) की ओर से सकारात्मक नमूना एकत्र किया गया था। इसीलिए प्रतिबंध तब से ही माना जाएगा।

यूनाइटेड स्टेट्स एंटी-डोपिंग एजेंसी (USADA) के अनुसार, हाइजेनामाइन (Higenamine) में मिश्रित एड्रीनर्जिक रिसेप्टर गतिविधि है, जिसका मतलब है कि यह एक सामान्य उत्तेजक के रूप में काम कर सकता है। Higenamine को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी की 2017 में प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में जोड़ा गया था।

विश्व कप सीरीज के सभी टूर्नामेंटों से बाहर 

प्रतिबंध के बाद 29 वर्षीय दीपा विश्व कप सीरीज के सभी टूर्नामेंटों और छह विश्व चैलेंज कप श्रृंखलाओं में से कम से कम तीन में नहीं खेल पाएंगी। वह 23 सितम्बर से एंटवर्प में शुरू होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट विश्व चैंपियनशिप 2023 के लिए पात्र होंगी। करमाकर ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट हैं।

रियो ओलंपिक 2016 के वॉल्ट फाइनल में चौथा स्थान पाकर रचा था इतिहास

त्रिपुरा की इस जिमनास्ट ने रियो ओलंपिक 2016 में महिलाओं के वॉल्ट फाइनल में चौथा स्थान हासिल करके इतिहास रच दिया था। वह 15.066 अंक के स्कोर के साथ स्विट्जरलैंड की कांस्य पदक विजेता गिउलिया स्टिंगरबर से सिर्फ 0.150 कम के साथ कांस्य पदक से चूक गई थीं।

करमाकर ने ग्लास्गो में 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य जीता, खेलों के इतिहास में ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गईं। उन्होंने एशियाई जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य जीता और 2015 वर्ल्ड आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में पांचवां स्थान हासिल किया था।