लखनऊ, 1 मार्च। यूपी विधानसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर कई हमले किए। अखिलेश यादव के विधानसभा में मौजूद नहीं रहने पर योगी ने तंज कसते हुए कहा कि कल नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे कि यूपी निचले पायदान पर है। ऐसा लग रहा था उन्हें खुशी हो रही थी। हर समस्या के दो समाधान होते हैं। भाग लो (शामिल हो जाओ) या भाग लो (निकल लो)। नेता प्रतिपक्ष की सीट खाली है। वह भाग गए हैं।
सीएम योगी ने कहा, ‘इतने बड़े प्रदेश के प्रति हम सब की ज़िम्मेदारी है। जिम्मेदारी सामूहिक है। कल नेता प्रतिपक्ष को विश्वास हो गया कि निवेश के प्रस्ताव आए हैं। उन्होंने मुझे कहा कि दावोस जाते तो 50 लाख करोड़ का निवेश आ सकता था। यह अच्छी बात है कि उन्हें विश्वास हो गया है कि 32 लाख करोड़ का प्रस्ताव आ गया है जबकि 2017 से पहले प्रस्ताव ही नहीं आते थे।
क्या नहीं है उत्तर प्रदेश के अंदर
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश का बखान करते हुए कहा कि यहां देश की सबसे ज्यादा उरवरा भूमि है। सबसे अच्छा जल संसाधन है। भारत सबसे युवा देश है तो यूपी सबसे अच्छा यूथ रखता है और सबसे बड़ा श्रम बाजार भी है। हर तरह की कनेक्टिविटी है। रोड, रेल, एयर और वाटर वे की कनेक्टिविटी आज उत्तर प्रदेश के पास है। ईस्टर्न और वेस्टर्न दोनों फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रहे हैं। वाटर वे की कनेक्टिविटी के तहत दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज की प्रधानमंत्री ने शुरुआत भी की है।
अखिलेश पर हमला – वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया दिया
सीएम योगी ने कहा – हमारी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट पर अंगुली उठा रहे थे जबकि यह आज दुनिया की सबसे प्रसिद्ध योजनाओं में से एक है। इसका लाभ यूपी को बड़े पैमाने पर हुआ है। यूपी एक्सपोर्ट का हब बन रहा है। उनके जमाने में तो वन माफिया वन डिस्ट्रिक्ट योजना चल रही थी। कौन सा जिला था, जहां माफिया नहीं था। हर जिले में एक माफिया उभर रहा था। कहीं भूमि माफिया, कहीं पशु माफिया, कहीं राशन माफिया उभर रहा था।
पिछली सरकारों में दलितों व वंचितों के हकों पर डाका डालते थे
मुद्दे को भटकाने का प्रयास कैसे होता है। उसका एक और नमूना है। 2016-17 में अनुसूचित जाति और जनजाति के जिन बच्चों की छात्रवृत्ति रोक दी गई थी। हमारी सरकार आई तो पिछली और उस वर्ष की छात्रवृत्ति एक साथ देने का काम किया गया था। यही लोग जो दलितों का वंचितों का कमजोरों का पिछड़े सभी के हकों पर डकैती डालते थे और अब जाति-जाति चिल्लाते हैं।
उमेश पाल की कोई जाति नहीं थी क्या
प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने अखिलेश पर हमला किया। उन्होंने कहा कि उसके आरोपितों की फोटो कल वायरल हो रही थी। कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया का जमाना है। सीएम योगी ने पूछा, ‘राजू पाल की कोई जाति नहीं थी क्या। जब राजू पाल की हत्या हुई थी। तब पेशेवर माफिया के संरक्षण दाता कौन थे? आप जाति की बात बार-बार करते हैं। हम विकास की बात करते हैं तो आप जाति की बात करते हैं।’