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Y20 शिखर सम्मेलन में बोले सीएम योगी – अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के बल पर भारत दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र

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वाराणसी, 18 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में जी-20 की श्रृंखला के तहत आयोजित Y20 शिखर सम्मेलन में देश-विदेश से आए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के बल पर भारत दुनियाभर के नागरिकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र है। लोकतांत्रिक परम्पराओं पर विश्वास करते हुए भारत के अंदर 140 करोड़ आबादी जिस भाव-भंगिमा के साथ भारत की एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में कार्य कर रही है, वह खुद को भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर सहित अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद देश की सबसे प्राचीन आध्यात्मिक नगरी में लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि वाराणसी बाबा विश्वनाथ का पावन धाम है। प्राचीन काल से ही धर्म व अध्यात्म की नगरी होने के साथ ही भारत की अध्यात्म, दर्शन, शिक्षा, साहित्य व कला की भूमि के रूप में यह प्राचीन नगरी जानी जाती रही है।

 

सीएम योगी ने प्रधानमंत्री व वाराणसी के लोकप्रिय सांसद नरेंद्र मोदी का प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जी-20 के कई समिट के आयोजन का अवसर उत्तर प्रदेश को उन्होंने दिया है। उसी श्रृंखला में वाई20 का मुख्य समिट वाराणसी में हो रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास करते हुए भारत के अंदर 140 करोड़ आबादी जिस भाव-भंगिमा के साथ देश की एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में कार्य कर रही है, वह खुद को भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है।

‘डेमोग्राफी डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी हमें विशिष्ट बनाती है

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि डेमोग्राफी डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी हमें विशिष्ट बनाती है। चिर पुरातन संस्कृति के सुदृढ़ नींव पर हमारा देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा करते हुए अमृत काल के प्रथम वर्ष में जी20 के इस प्रतिष्ठित आयोजन की अध्यक्षता कर रहा है। हर भारतवासी न केवल इस आयोजनों के प्रति लालायित है, बल्कि अपने आप को वैश्विक मंच पर एक उभरते हुए भारत के रूप में प्रस्तुत करने में गौरवान्वित महसूस करता है।

उन्होंने कहा कि जी20 की थीम “वन एअर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” वास्तव में यह भारत की प्राचीन उस व्यवस्था को प्रस्तुत करता है, जिसमें हजारों वर्ष पहले दुनिया को भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया था। यानी पूरी दुनिया एक परिवार है, एक परिवार के रूप में पूरी दुनिया को मानने वाली व्यवस्था। उस व्यवस्था को जिसका वास्तव में अंत क्या है, ‘यह मेरा, यह तेरा’ यह विचार संकुचित सोच के लोगों का है।

दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति भारत में मौजूद – अनुराग ठाकुर

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने युवाओं से वर्तमान में विद्यमान चुनौतियों पर मजबूती से काम करने की अपेक्षा की ताकि भविष्य को सवारा जा सके। उन्होंने कार्यक्रम में लिए गए पांचों एजेंडा पर भी बात रखते हुए सभी का ध्यान खींचा। नेशनल सोलर मिशन, नेशनल हैबिटेट मिशन, हरित ऊर्जा के संबंध में भी विस्तार से बात रखी।

अनुराग ठाकुर ने कोविड काल के दौरान बड़े देशों से अपनी जिम्मेदारियों से बचने का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भारत ने पूरे विश्व में अपनी मजबूती का एहसास दिलाते हुए सभी को सहायता प्रदान की। उन्होंने लेह लद्दाख में वाई-20 सम्मेलन के आयोजन को लेकर पड़ोसी देशों द्वारा किए गए विरोध के बावजूद सफल सम्मेलन की बात भी कही।

उन्होंने कहा, ‘दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति हमारे भारत में मौजूद है। उन्होंने अंत में युवाओं को झकझोरते हुए स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध कोट “एक विचार लो। उसे अपना जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो उसके सपने देखो, उस विचार को जीओ। अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों, शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूबो दो और बाकी सभी विचारों को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है।”

कार्यक्रम में युवा मामलों की सचिव मीता राजीवलोचन तथा वाई-20 चेयर के अनमोल सोवित द्वारा भी युवाओं से जुड़े इस सम्मेलन के संबंध में अपनी बात रखी गई। अंत में धन्यवाद ज्ञापन वाई-20 के पंकज सिंह द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम मामलों के मंत्री अनिल राजभर, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा, स्टाम्प मंत्री रवींद्र जायसवाल तथा खेल राज्य मंत्री गिरीश यादव, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन व जिलाधिकारी एस. राजलिंगम भी मौजूद रहे।

125 प्रतिनिधि वाई-20 द्वारा चिह्नित किए गए पांच विषयों पर विचार मंथन करेंगे

उल्लेखनीय है कि जी-20 के सदस्य देशों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 125 प्रतिनिधि वाई-20 द्वारा चिह्नित किए गए पांच विषयों – कार्य का भविष्य : उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल, शांति निर्माण और सुलह : युद्ध रहित युग का आरंभ, जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण : स्थिरता को जीवन शैली बनाना, साझा भविष्य : लोकतंत्र और शासन में युवा, स्वास्थ्य, कल्याण और खेल : युवाओं के लिए एजेंडा पर विचार मंथन करेंगे।

यह सम्मेलन युवाओं को नए अवसरों के बारे में जानकारी देने के लिए वर्तमान विषयों पर एक वैश्विक परिपेक्ष्य प्रदान करेगा। साथ ही आत्मविश्वास और आत्म सम्मान का निर्माण भी करेगा वहीं यह भारतीय नीति निर्माताओं के साथ बातचीत करने और उनका सुझाव देने का अवसर भी देगा और इसके साथ युवाओं को स्थानीय समस्याओं के बारे में रचनात्मक रूप से सोचने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।

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