लखनऊ, 3 दिसम्बर। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर आज लोग याद कर रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी 137वीं जयंती पर नमन किया। लखनऊ के ग्लोब पार्क में मुख्यमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद वहां पर मौजूद लोगों को संबोधित भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की सादगी की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने लगातार 12 वर्ष तक देश के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उन्होंने कहा कि राजसी ठाट-बाट से दूर रहने वाले डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने उस दौरान जिन परम्पराओं की शुरुआत की थी वो आज भी राष्ट्रपति भवन में देखने को मिलती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी सादगी व सत्यनिष्ठा के लिए प्रसिद्ध डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी ने देश की स्वाधीनता में अपना अमूल्य योगदान दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद जी कुम्भ के दौरान तो आते ही थे, प्रत्येक वर्ष माघ मेले में कल्पवास के लिए भी प्रदेश आते थे। भारत की परंपरा और आस्था के प्रति उनका अटूट लगाव था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तय किया है कि प्रयागराज में प्रदेश में बनने वाला नया नेशनल लॉ विश्वविद्यालय, डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर होगा। प्रयागराज में इसके निर्माण का कार्य शुरू हो गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘दुनिया के सबसे बड़े संविधान को दो वर्ष 11 महीने 18 दिन में बनाने में सफलता प्राप्त करते हुए आजाद भारत की व्यवस्था को कैसे व्यवस्थित रूप से संचालित करना चाहिए, यह डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में देश की संविधान सभा ने करके दिखाया था। देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद की आज जयंती है। भारत माता के इस महान सपूत को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’ सीएम योगी के साथ इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के साथ लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद थीं।