लखनऊ, 1 फरवरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लोकसभा में पेश अंतरिम बजट 2024 को लोक कल्याणकारी करार देते हुए कहा कि यह ‘विकसित भारत’ का विजन, अंत्योदय का संकल्प और ‘नए भारत’ को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाने का ‘रोड मैप’ है। वहीं, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस बजट को भाजपा का ‘विदाई बजट’ बताया।
ग्रोथ इंजन बनाने का ‘रोड मैप’
सीएम योगी ने ‘एक्स’ पर बजट सबंधी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मा. केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमणजी द्वारा आज प्रस्तुत अंतरिम बजट में ‘विकसित भारत’ का विजन, अंत्योदय का संकल्प और ‘नए भारत’ को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाने का ‘रोड मैप’ है। नए भारत को पांच हजार अरब डॉलर की इकोनॉमी बनाने का मार्ग प्रशस्त करते इस लोक-कल्याणकारी बजट के लिए प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार एवं वित्त मंत्री जी का धन्यवाद!”
यह अंतरिम बजट 'नए भारत' की समृद्धि का संकल्प है, 'विकसित भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने वाला है… pic.twitter.com/zgMi7ceIC6
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 1, 2024
जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा कर भाजपा ने बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड
सीएम योगी के विपरीत पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये मोदी सरकार का विदाई बजट है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है। भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है। ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।’
कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है।
भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है।
ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2024
वित्त मंत्री सीतारमण ने पेश किया 47.66 लाख करोड़ रुपये का बजट
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को लोकसभा में 47.66 लाख करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पेश किया। वित्त वर्ष 2024-25 में इसके आकार में 6.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। अपने बजट भाषण में निर्मला ने कहा, ‘संशोधित अनुमान के अनुसार उधार के अलावा कुल प्राप्तियां 27.56 लाख करोड़ रुपये रहने की संभावना है। इसमें कर प्राप्तियां 23.24 लाख करोड़ रुपये हैं। कुल व्यय का संशोधित अनुमान 44.90 लाख करोड़ रुपये है। राजस्व प्राप्ति 30.03 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यह पूर्व में जताये गये अनुमान से अधिक है। यह प्राप्ति अर्थव्यवस्था में वृद्धि की मजबूत गति और संगठित रूप को दर्शाती है।’