मुंबई, 22 जून। एकनाथ शिंदे की अगुआई में अधिसंख्य विधायकों के बागी होने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीएम पद के साथ शिवसेना अध्यक्ष पद भी छोड़ने का प्रस्ताव रख दिया और बुधवार देर रात दक्षिण मुंबई स्थित मुख्यमंत्री का सरकारी आवास ‘वर्षा’
सीएम उद्धव ठाकरे के सरकारी बंगले (वर्षा) से सामान बाहर निकाला गया। दिन में ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए उद्धव ठाकरे जहां कड़े सुरक्षा पहरे में अलग कार से मातोश्री के लिए निकले वहीं उनके बेटे व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे अपनी मां रश्मि ठाकरे और भाई तेजस ठाकरे के साथ अलग कार से रवाना हुए।
स्मरण रहे कि असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद पश्चिमी राज्य में उत्पन्न बड़े राजनीतिक संकट के बीच सीएम उद्धव ने यह कदम उठाया। एकनाथ वर्तमान में
इसके पूर्व शाम को मुख्यमंत्री ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिए दिए अपने संबोधन में कहा कि वह पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। विद्रोह पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्हें सीएम की कुर्सी की कोई भूख नहीं है, लेकिन यह जानना चाहते हैं कि क्या यह विद्रोह एक और शिव सैनिक को पद पर वापस लाने में मदद करेगा।
शिंदे बोले – शिवसेना को ‘अप्राकृतिक गठबंधन‘ से बाहर आने की जरूरत
इस बीच बागी नेता एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर कहा कि शिवसेना को पार्टी के अस्तित्व के लिए ‘अप्राकृतिक गठबंधन’ से बाहर आने की जरूरत है। ठाकरे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के साथ गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का नेतृत्व करते हैं।
संजय राउत ने कहा – शरद पवार ने उद्धव को शिंदे के पक्ष में कुर्सी छोड़ने की सलाह नहीं दी
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार द्वारा उद्धव ठाकरे को बागी नेता एकनाथ शिंदे के पक्ष में शीर्ष पद छोड़ने की सलाह देने की खबरों के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राकांपा नेता पवार के सीएम आवास के दौरे के दौरान ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई।
‘उद्धव ठाकरे ही राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे, मौका मिला तो बहुमत भी साबित करेंगे‘
संजय राउत ने कहा, ‘सीएम उद्धव ठाकरे ही राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। यदि हमें फ्लोर टेस्ट में विश्वास मत के लिए मौका दिया जाएगा तो हम बहुमत सिद्ध कर देंगे।’