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बिहार : उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या पर सीएम नीतीश सख्त, पुलिस अधिकारियों को दी कड़ी काररवाई की चेतावनी

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पटना, 5 जुलाई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी पटना में बीती रात भाजपा नेता और उद्योपति गोपाल खेमका की उनके आवास के बाहर हुई हत्या को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने शनिवार को सीनियर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को सीएम हाउस तलब किया और लॉ एंड ऑर्डर पर महत्वपूर्ण बैठक की।

डीजीपी विनय कुमार से हत्याकांड के संबंध में विस्तृत जानकारी ली

सीएम नीतीश ने हत्याकांड के संबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार से विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपराध के कारणों की पूरी तहकीकात कर दोषियों की पहचान करें और बिना किसी भेदभाव के उन पर सख्त काररवाई सुनिश्चित करें। यदि आपराधिक घटना के पीछे किसी प्रकार की साजिश है तो उसकी भी जांच की जाए और जांचोपरांत कठोर काररवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर कड़ी काररवाई की चेतावनी दी।

मुख्यमंत्री नीतीश ने बैठक में कहा कि कानून व्यवस्था पर किसी भी प्रकार की कोताही सरकार को मंजूर नहीं है। उन्होंने डीजीपी विनय कुमार से पूरे मामले की जानकारी ली और कहा कि अपराधी चुनौती बनते जा रहे हैं। सरकार को चैलेंज कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने गोपाल खेमका हत्याकांड पर गहरी चिंता भी जताई।

गोपाल खेमका के बेटे गुंजन की भी 2018 में हत्या कर दी गई थी

बीती रात लगभग 11 बजे राम गुलाम चौक के पास गोपाल खेमका कार से अपने आवास के बाहर गेट पर पहुंचे। लेकिन जब तक दरबान गेट खोलता, वहां पहले से ही मौजूद एक नकाबपोश बदमाश उनकी कार तक पहुंचा और उन्हें गोली मारने के बाद अपनी बाइक से भाग निकला। गौरतलब है कि व्यवसायी के बेटे गुंजन खेमका की भी दिसंबर 2018 में हाजीपुर में हत्या कर दी गई थी।

पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा की अगुआई में गठित एसआईटी ने शुरू की जांच

मीडिया की खबरों के अनुसार गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच के लिए डीजीपी विनय कुमार के निर्देश पर एसआईटी का गठन कर दिया गया है। पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा की अगुआई में गठित टीम ने काररवाई शुरू कर कर दी है। इस हाई प्रोफइल मर्डर केस में पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे

हत्या गांधी मैदान थाना से मात्र 300 मीटर की दूरी पर गोपाल खेमका को मारा गया। लेकिन पुलिस को पहुंचने में कई घंटे लग गए। परिजनों ने कहा कि रात के ढाई बजे सेंट्रल एसपी दीक्षा पहुंचीं। उससे पहले डेढ़ बजे गांधी मैदान थाना पुलिस अस्पताल पहुंची। सीएम ने बैठक में कहा कि इसमें यदि किसी पदाधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो जांच कर उनके खिलाफ भी काररवाई की जाएगी।

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