पटना, 9 नवम्बर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को बिहार विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को काफी जलील किया और तू-तड़ाक के बीच यहां तक कह दिया कि उनकी (नीतीश) मूर्खता के कारण मांझी को बिहार का सीएम बनाया गया।
जीतन राम मांझी के इस सुझाव पर भड़के सीएम नीतीश
दरअसल, 65 प्रतिशत जाति कोटा के प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा के दौरान जीतन राम मांझी सदन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जैसे ही कहा कि बिहार में आरक्षण कोटा बढ़ाने से ग्राउंड पर इसका कोई फायदा नहीं हो रहा है। इस पर कोई पॉलिसी होनी चाहिए। इतने में ही नीतीश उठे और मांझी पर बरस गए। फिर जो हुआ, वह सदन में बैठे अध्यक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी देखा।
नीतीश बोले – ‘यह मेरी गलती थी, जो यह सीएम बने। मेरी पार्टी के लोग मुझसे दो महीने के भीतर कहने लगे थे कुछ दिक्कत है, उसे हटाओ। इसके बाद फिर मैं सीएम बना।’ मांझी को काफी देर तक तू-तड़ाक करने वाले नीतीश ने कहा, ‘वह कहता रहता है कि वह सीएम था। सच तो यह है कि वह मेरी मूर्खता के कारण सीएम बना।’
नीतीश के बयान पर पूर्व सीएम ने साधा निशाना
सदन से बाहर आने के बाद मीडिया से बाचतीत के दौरान पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा, मैं विधानसभा में उठकर बोलना चाहता था। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तब तक उठ गए और बकवास करने लगे। मुझे आश्चर्य हुआ कि क्या यह वहीं नीतीश कुमार हैं, जो कुछ दिन पहले तक थे।’
‘मुझे लगता है कि नीतीश ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है‘
मांझी ने कहा, ‘आज कैसे एक अलग रूप में नीतीश यहां थे। मुझे लगता है कि उनकी कुछ मानसिक कमजोरियां हैं, इसलिए वह ऐसा कह रहे हैं। मुझे लगता है कि उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है, इसलिए वह ऐसा कह रहे हैं। उन्होंने मुझे कम आंका, उन्होंने सोचा कि मैं भुइया-मुसहर समुदाय से हूं और वे जो कहेंगे, मैं वही करूंगा। मैं 1980 से विधायक हूं और वह 1985 से।’