रायपुर, 11 नवंबर। छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल पर कथित हमले की घटना को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ”बृजमोहन के सामने किसी दूसरे को गुंडा कहना गुंडा शब्द का अपमान है।” रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि जब वह राजधानी रायपुर में अपने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब उन पर हमला किया गया।
अग्रवाल के आरोप के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं समेत कई कार्यकर्ताओं ने शहर के कोतवाली थाने का घेराव किया था। शुक्रवार को जब संवाददाताओं ने मुख्यमंत्री बघेल से इस संबंध में सवाल किया तो उन्होंने कहा, ”पहली बात तो यह है कि बृजमोहन अग्रवाल पर कोई हमला नहीं कर सकता। जो वीडियो सामने आया है, उसमें वह खुद धक्का मार रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने सवाल किया, ”जो शख्स (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी जैसे व्यक्ति को टेबल के नीचे घुसने पर मजबूर कर दे (2000 में राज्य गठन के बाद भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव के दौरान भाजपा कार्यालय में हुई कथित घटना का जिक्र करते हुए) उस बृजमोहन अग्रवाल को कोई धक्का दे सकता है? कोई धमकी दे सकता है? आप मजाक कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि सेठ जी चुनाव में पिछड़ रहे हैं।”
जब बघेल से पूछा गया कि भाजपा नेता बार-बार कांग्रेसी गुंडे शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं तो जवाब में बघेल ने कहा, ”अब बृजमोहन के सामने किसी दूसरे को गुंडा कहना मतलब गुंडा शब्द का अपमान करना है।” बघेल ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”नरेन्द्र मोदी जी को टेबल के नीचे छिपने के लिए मजबूर कर देने वाले “सेठ” को अपनी हार दिखाई दे रही है।
रायपुर दक्षिण में भी कांग्रेस जीत रही है। इस बार जैसा काम राजनांदगांव की जनता ने किया है, वैसा ही रायपुर दक्षिण की जनता करने जा रही है। बस देखना यह है कि कौन बड़े अंतर से हारता है।” रायपुर से सात बार के विधायक बृजमोहन अग्रवाल के सामने कांग्रेस ने क्षेत्र के प्रसिद्ध दूधाधारी मठ के महंत राम सुंदर दास को चुनाव मैदान में उतारा है।
भाजपा नेता अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि जब वह करीब शाम सात बजे बैजनाथ पारा इलाके (मुस्लिम बहुल इलाका) में मदरसा चौक पहुंचे थे, तब युवकों ने उन पर हमला कर दिया था। अग्रवाल ने बताया था जब वह मोहल्ले में पहुंचे, तब 20-25 युवकों का एक समूह वहां मौजूद था, उन्हें लगा कि वे उनका स्वागत करने के लिए वहां आए हैं।