जयपुर, 8 अगस्त। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चार दिनों में दूसरी बार कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह बताने के लिए भी साहस की जरूरत होती है।
‘मैं राजनीति में सोच समझकर ही बोलता हूं, इसे कॉमेडी मत समझिएगा‘
राजस्थान के नए जिलों की स्थापना के अवसर पर जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा, ‘मैं राजनीति में जो कुछ भी बोलता हूं, सोच समझकर बोलता हूं। इसे कॉमेडी मत समझिएगा। यह बोलने के लिए बड़ी हिम्मत की जरूरत होती है कि हाईकमान का फैसला मुझे मंजूर है।’ गौरतलब है कि पिछले हफ्ते उन्होंने यही बयान दिया था, जब एक महिला ने उनसे कहा था कि वह उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना देखना चाहती है।
‘आलाकमान जो भी निर्णय लेगा, वह मुझे स्वीकार्य है‘
सीएम गहलोत ने कहा, ‘मेरे मन में आता है कि मुझे पद छोड़ देना चाहिए – मुझे क्यों छोड़ना चाहिए यह एक रहस्य है – लेकिन यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है। आलाकमान जो भी निर्णय लेगा, वह मुझे स्वीकार्य है। यह कहने के लिए साहस चाहिए कि मैं जाना चाहता हूं, लेकिन यह स्थिति मुझे जाने की इजाजत नहीं दे रही है।’
अशोक गहलोत ने कहा कि उन्हें सोनिया गांधी ने तीन बार मुख्यमंत्री बनाया है, जो छोटी बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं 2030 के बारे में क्यों बात कर रहा हूं? मैंने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और सड़क के क्षेत्र में काम किया है, तो मन में आता है कि मुझे आगे क्यों नहीं बढ़ना चाहिए?’
19 नए जिलों के साथ राज्य में अब कुल 50 जिले
बिड़ला सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने रिमोट का बटन दबाकर नवगठित जिलों की उद्घाटन पट्टिकाओं का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनभावना का सम्मान करते हुए प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण के लिए एक साथ 19 नए जिलों का गठन किया है। राज्य सरकार ने गत शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी के बाद 17 नए जिलों को अधिसूचित किया है। राज्य में अब जिलों की कुल संख्या 50 हो गई है। तीन नए संभाग भी बनाए गए हैं।
नवगठित जिलों में अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना कुचामन, दूदू, गंगापुर सिटी, जयपुर शहर, जयपुर (ग्रामीण), केकड़ी, जोधपुर शहर, जोधपुर (ग्रामीण), कोटपूतली बहरोड़, खैरथल तिजारा, नीम का थाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर और शाहपुरा शामिल हैं।