नई दिल्ली, 2 जून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लीडरशिप को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रहीं कयासबाजियां बुधवार की शाम उस समय थम गईं, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें क्लीनचिट दे दी।
दरअसल, राज्य के तीन दिवसीय दौरे के बाद आज ही दिन में राष्ट्रीय राजधानी लौटे पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल. संतोष ने एक ट्वीट के जरिए योगी सरकार की कोरोना महामारी पर कुशलता से नियंत्रण के लिए तारीफ की। इस बयान से बी.एल. संतोष ने उन कयासों पर विराम लगाने की कोशिश की है, जिनमें कहा गया था कि केंद्रीय नेतृत्व योगी आदित्यनाथ की लीडरशिप को लेकर चिंतित है।
गौरतलब है कि बीएल संतोष और भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह पिछले तीन दिनों से लखनऊ स्थित पार्टी दफ्तर में जमे हुए थे। चार वर्षों में यह पहला मौका था, जब शीर्ष नेतृत्व ने कई मंत्रियों व वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर बारी-बारी से फीडबैक लिया। इससे योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया था।
12 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों को टीका लगाने का फैसला सराहनीय
फिलहाल दिल्ली लौटते ही बीएल संतोष ने योगी सरकार की सराहना करते हुए दो ट्वीट किए हैं। एक ट्वीट में योगी सरकार के 12 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों के अभिभावकों को पहले टीका लगाने के फैसले की उन्होंने तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार ने 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों को टीका लगाने का फैसला लिया है। ऐसे वक्त में यह समझदारी भरा फैसला है, जब यह कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इससे अभिभावक पूरी मजबूती के साथ अपने बच्चों की सुरक्षा कर सकेंगे।’
दिल्ली से तुलना कर योगी आदित्यनाथ की तारीफ
बी.एल. संतोष ने एक अन्य ट्वीट में दिल्ली का नाम लिए बिना लिखा, ‘पिछले पांच सप्ताह में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नए केसों में 93 फीसदी तक की कमी लाने में सफल रही है। हमें यह याद रखना होगा कि यूपी में 20 करोड़ से ज्यादा की आबादी है। जब एक म्युनिसिपलिटी के सीएम 1.5 करोड़ की आबादी के शहर को संभालने में असफल रहे हैं, तब योगी जी ने अपनी क्षमता दिखाई है।’