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समीर वानखेड़े को जांच समिति से क्लीन चिट – जन्म से मुस्लिम नहीं थे एनसीबी के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक

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मुंबई, 13 अगस्त। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व क्षेत्रीय निदेश समीर वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र को लेकर पिछले लगभग एक वर्ष से चल रहा विवाद खत्म हो गया है और कास्ट स्क्रूटनी कमेटी ने यह कहते हुए उन्हें क्लीन चिट दे दी है कि वह जन्म से मुसलमान नहीं थे। समिति ने वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र को भी बरकरार रखा है।

समीर के पिता ने कभी हिन्दू धर्म का त्याग नहीं किया और न ही मुस्लिम धर्म अपनाया

समीर वानखेड़े के जाति प्रमाणपत्र की जांच कर रहे पैनल ने 91 पन्नों के एक आदेश में कहा कि वानखेड़े जन्म से मुस्लिम नहीं थे। समिति ने यह भी निष्कर्ष निकाला कि समीर वानखेड़े और उनके पिता ज्ञानेश्वर वानखेड़े ने हिन्दू धर्म का त्याग नहीं किया था और न ही मुस्लिम धर्म को अपनाया था। कमेटी ने कहा है कि समीर और और उनके पिता महार-37 जाति से आते हैं, जो अनुसुचित वर्ग में आती है और जिसे हिन्दू धर्म में मान्यता प्राप्त है।

नवाब मलिक सहित सभी शिकायतकर्ता अपना दावा साबित नहीं कर सके : जांच समिति

उल्लेखनीय है कि समीर वानखेड़े के खिलाफ महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक, मनोज संसारे, अशोक कांबले और संजय कांबले ने शिकायत दर्ज कराई थी और कहा था कि वानखेड़े ने दलित होने का फर्जी प्रमाणपत्र देकर नौकरी पाई थी जबकि उनके पिता एक मुसलमान थे। इस मामले की जांच कर रही समिति ने पाया कि शिकायतकर्ता अपने दावे को साबित करने में सक्षम नहीं थे।

फिलहाल इस मामले में फैसला आने के बाद एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े ने ट्विटर पर लिखा, “सत्यमेव जयते।” उन्होंने कहा, ‘मैंने अपना सारा जीवन जनता की सेवा के लिए काम किया है, लेकिन मुझे इस बात से दुख हुआ कि मेरे परिवार और मृत मां को भी नहीं बख्शा गया।’

उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के वक्त समीर वानखेड़े सुर्खियों में आए थे। सुशांत सिंह राजपूत की मौत से शुरू हुआ मादक पदार्थों के सेवन और तस्करी का मामला बॉलीवुड के कई बड़े सितारों तक पहुंचा था। इस मामले में एनसीबी ने कई फिल्म स्टार को पूछताछ के लिए तलब किया था। इसके बाद शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ भी क्रूज ड्रग्स केस में कड़ी काररवाई करने के लिए समीर वानखेड़े चर्चा में आए थे।

नवाब मलिक ने ही समीर की जाति की मुद्दा जोर शोर से उछाला था

दिलचस्प यह है कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले लगभग छह माह से जेल में बंद चल रहे एनसीपी नेता नवाब मलिक की उस दौरान समीर वानखेड़े से लंबी तकरार चली थी। नवाब मलिक ने ही वानखेड़े की जाति का मु्द्दा जोर शोर से उठाया था। इस मामले में वानखेड़े ने आरोप लगाया कि नवाब मलिक ने उस समय एक कैबिनेट मंत्री के रूप में जाति प्रमाण पत्र का मुद्दा केवल इसलिए उठाया था कि उनकी टीम ने मलिक के दामाद समीर खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया था।

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