नोम पेन्ह, 26 जुलाई। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद ने खतरनाक मोड़ ले लिया है और संघर्ष मेंअब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। लड़ाकू विमानों, तोपों और जमीनी टुकड़ियों के साथ जारी हिंसक झड़पों में अब तक कंबोडिया के 15 लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोगों को पलायन करना पड़ा है। वहीं थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि अब तक इस संघर्ष में 12 थाई नागरिकों की भी मौत हो चुकी है।
इस भीषण संघर्ष के बीच कंबोडिया ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद तत्काल बिना शर्त युद्धविराम की अपील की। संयुक्त राष्ट्र में कंबोडिया के राजदूत चेया कियो ने मीडिया से बातचीत में कहा, “कंबोडिया ने बिना शर्त तत्काल युद्धविराम का अनुरोध किया है, और हम विवाद के शांतिपूर्ण समाधान का भी आह्वान करते हैं।”
चेया कियो ने थाईलैंड के उन दावों को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि कंबोडिया संघर्ष में हमलावर था। उन्होंने सवाल किया, “कंबोडिया जैसा छोटा पड़ोसी थाईलैंड जैसी सैन्य शक्ति पर कैसे हमला कर सकता है?” उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा परिषद ने दोनों पक्षों से “अधिकतम संयम दिखाने और राजनयिक समाधान का सहारा लेने” का आह्वान किया है, “हम भी यही मांग कर रहे हैं।” वहीं थाईलैंड ने इस विवाद को सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को सिरे से खारिज कर दिया है और इसके बजाय द्विपक्षीय बातचीत पर जोर दिया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए दो थाई अधिकारियों ने बताया कि थाईलैंड, कंबोडिया के साथ अपने सैन्य संघर्ष को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की बजाय सीधी बातचीत को प्राथमिकता देता है। थाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता निकॉर्नडेज बालंकुरा ने बताया, “मुझे नहीं लगता कि हमें अभी किसी तीसरे देश से मध्यस्थता की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन और मलेशिया (जो ASEAN का मौजूदा अध्यक्ष है) ने इस मसले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की थी, लेकिन थाईलैंड फिलहाल खुद से हल निकालने के पक्ष में है।

