नई दिल्ली, 3 दिसम्बर। वायु प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई जारी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आज सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उद्योगों के बंद होने से राज्य में गन्ना और दूध उद्योग प्रभावित हो सकते हैं। सरकार ने कहा कि हवा के दबाव को देखें तो यूपी नीचे है। यहां हवा ज्यादातर पाकिस्तान से आ रही है। यूपी सरकार की इस दलील पर मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने चुटकी लेते हुए कहा तो आप पाकिस्तान में उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। वहीं, प्रदूषण मामले में केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पांच सदस्यों की इंफोर्समेंट टास्क फोर्स गठित की गई है।
वहीं, दिल्ली में जारी वायु प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान आज SC ने कहा कि हमने देखा है कि मीडिया के कुछ वर्ग यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि हम खलनायक हैं। हम स्कूलों को बंद करना चाहते हैं। आपने (दिल्ली सरकार) कहा था कि हम स्कूल बंद कर रहे हैं और वर्क फ्रॉम होम शुरू कर रहे हैं, लेकिन आज का अखबार देखें।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता ”बहुत खराब” श्रेणी में
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शुक्रवार की सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी और न्यूनतम तापमान मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री अधिक 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शुक्रवार को सुबह नौ बजे 358 रहा। पड़ोसी एनसीआर शहरों फरीदाबाद (289) और ग्रेटर नोएडा (250) में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को सुबह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
गाजियाबाद में (331), गुरुग्राम में (309) और नोएडा (315) में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे का एक्यूआई 429 रहा। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51 से 100 के बीच एक्यूआई संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब, और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।