वॉशिंगटन, 30 अक्टूबर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के साथ उनकी मुलाकात सफल रही। जिन मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा था, उन सभी पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच गुरुवार की सुबह बुसान में लगभग दो घंटे तक बैठक हुई।
ट्रंप के चीनी दौरे के बाद जिनपिंग अमेरिका जाएंगे
ट्रंप ने यह भी बताया कि वह अगले वर्ष अप्रैल में चीन जाएंगे और शी जिनपिंग बाद में अमेरिका आएंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं अप्रैल में चीन जाऊंगा और जिनपिंग उसके बाद किसी समय यहां आएंगे, चाहे वह फ्लोरिडा हो, पाम बीच हो या वॉशिंगटन डीसी।‘ हालांकि, चीनी अधिकारियों ने गुरुवार की वार्ता के नतीजों पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
ट्रंप व शी के बीच 6 वर्षों में पहली बैठक
वस्तुतः ट्रंप और शी के बीच छह वर्षों में यह पहली बैठक थी। इसके साथ ही बुसान में ट्रंप का एशिया के तीन देशों का दौरा भी पूरा हो गया, जिसमें मलेशिया में ASEAN समिट, टोक्यो में जापान की नए प्रधानमंत्री साके ताकाइची के साथ ट्रंप की पहली बैठक और APEC समिट के साथ-साथ ग्योंगजू में दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ली जे-म्यांग के साथ बैठक शामिल थी।
जिनपिंग के साथ मीटिंग के बाद एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि जिनपिंग ने यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम करने पर सहमति जताई है। ट्रंप कहा कि उन्होंने गुरुवार को दक्षिण कोरिया के बुसान में चीनी नेता शी जिनपिंग के साथ मुलाकात के दौरान यूक्रेन में रूस के युद्ध पर चर्चा की।
‘रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने में जिनपिंग हमारी मदद करेंगे’
ट्रंप ने कहा, ‘दोनों नेता साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं ताकि हम देख सकें कि क्या हम उस युद्ध को खत्म कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम इस बात पर सहमत हैं कि दोनों पक्ष आपस में लड़ रहे हैं और कभी-कभी आपको उन्हें लड़ने देना ही पड़ता है, लेकिन (शी) हमारी मदद करेंगे और हम यूक्रेन पर साथ मिलकर काम करेंगे। हम इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।’
चीन की रूसी तेल खरीद पर चर्चा नहीं हुई
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने चीन द्वारा रूसी तेल खरीदने पर कोई चर्चा नहीं की। हालांकि ट्रंप ने पिछले हफ्ते दो प्रमुख रूसी तेल कम्पनियों पर प्रतिबंध लगाए, जिसके कारण चीनी और भारतीय कम्पनियों के कुछ तेल ऑर्डर रद या निलंबित कर दिए गए। अब तक दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देशों ने अमेरिकी नेता की रूस से तेल खरीद बंद करने की पिछली अपील का बड़े पैमाने पर विरोध किया है।
हालांकि बैठक में दोनों नेताओं के बीच क्या चर्चाएं हुई हैं, इसे लेकर अब तक न तो अमेरिका और न ही चीन ने आधिकारिक बयान जारी किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह जरूर कहा है कि जिन मुद्दों पर सहमति बनी है, उन पर जल्द ही हस्ताक्षर भी कर लिए जाएंगे।
जिनपिंग के साथ मुलाकात को ट्रंप ने रेटिंग भी दी, 10 में 12 अंक
यही नहीं वरन अमेरिकी राष्ट्रपति ने जिनपिंग के साथ अपनी मुलाकात को रेटिंग भी दी। ट्रंप ने कहा, ‘कुल मिलाकर, शून्य से दस के पैमाने पर, जिसमें 10 सबसे अच्छा है, मैं कहूंगा कि यह बैठक 12 थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप जानते हैं, पूरा रिश्ता बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि यह वाकई बहुत अच्छा रहा।’

