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ड्रैगन का ट्रंप पर पलटवार : चीन ने अमेरिकी सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर किया 125%

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बीजिंग, 11 अप्रैल। अमेरिका व चीन के बीच जारी ट्रेड टैरिफ वार के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगे ड्रैगन कदापि झुकने को तैयार नहीं है और लगातार पलटवार कर रहा है। इस क्रम में अमेरिका की ओर से चीन पर नए रेसिप्रोकल टैरिफ बढ़ाकर 145 प्रतिशत किए जाने के बाद चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर टैरिफ बढ़ा दिया है। चीन ने कहा है कि वह 12 अप्रैल से अमेरिकी आयात पर अपने टैरिफ को बढ़ाकर 125% करेगा।

उल्लेखनीय है कि चीन पर 125 प्रतिशत के रेसिप्रोकल टैरिफ और फेंटेनाइल की सप्लाई चेन में कथित भूमिका को लेकर पहले लगाए गए 20 प्रतिशत टैरिफ को मिलाकर अमेरिकी टैरिफ का कुल आंकड़ा 145 प्रतिशत हो गया है।

चीन बोला – अमेरिकी सरकार का कदम एकतरफा दादागिरी

फिलहाल चीन के इस जवाबी कदम से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड को लेकर तनाव और बढ़ गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार  चीन के वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘चीन पर असामान्य रूप से हाई टैरिफ लगाने वाला अमेरिकी सरकार का कदम अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक व्यापार नियमों, बुनियादी आर्थिक कानूनों और सामान्य ज्ञान का गंभीर उल्लंघन करता है और पूरी तरह से एकतरफा दादागिरी और जबर्दस्ती है।’

ट्रंप ने 9 अप्रैल को चीन पर बढ़ाया था टैरिफ

दरअसल, ट्रंप ने गत नौ अप्रैल को घोषणा की थी कि वह चीन के अलावा अन्य देशों को रेसिप्रोकल टैरिफ में तुरंत प्रभाव से 90 दिनों के लिए राहत दे रहे हैं। इन 90 दिनों के दौरान उन देशों पर 10 प्रतिशत का रेसिप्रोकल टैरिफ लगेगा। हालांकि कनाडा और मैक्सिको पर अतिरिक्त 10% टैरिफ नहीं लगाया जाएगा। वहीं चीनी सामान के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने तुरंत प्रभाव से रेसिप्रोकल टैरिफ को बढ़ा कर 125 प्रतिशत कर दिया था।

ह्वाइट हाउस के एक अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि नई बढ़ोतरी के बाद चीन पर अब अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ की कुल रेट 145% होगी। इसमें फेंटेनाइल की तस्करी में चीन के कथित रोल को लेकर लगाए गए 20% टैरिफ भी शामिल हैं। इसके अलावा चीनी सामानों पर लागू किए गए नए 125% के रेसिप्रोकल टैरिफ भी हैं।

भविष्य में अमेरिकी टैरिफ की अनदेखी करेगा चीन

वहीं अमेरिकी सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर 125 फीसदी करने की घोषणा के बाद चीन ने यह भी कहा है कि देश ट्रंप की ओर से चीनी सामान पर आगे टैरिफ लगाने की अनदेखी करेगा। चीन के वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘अमेरिकी सामान अब मौजूदा टैरिफ दरों के तहत चीन में बिक्री योग्य नहीं हैं। ऐसे में यदि अमेरिका चीनी निर्यात पर टैरिफ बढ़ाता है, तो चीन ऐसे उपायों की अनदेखी करेगा।’

जिनपिंग की यूरोपीय संघ से साथ आने की अपील

इस बीच स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ आज मीटिंग के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यूरोपीय संघ से आग्रह किया कि वह अमेरिका की एकतरफा दादागिरी का विरोध करने में बीजिंग के साथ हाथ मिलाए।

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